हरिद्वार। गोर्खाली सुधार सभा हरिद्वार शाखा की एक बैठक में विभिन्न सामाजिक विषयों पर चर्चा की गयी। बैठक की अध्यक्षता करते हुये शाखा अध्यक्ष शमशेर बहादुर बम ने बताया कि हरिद्वार में निवास करने वाले गोरखा समुदाय की मांग पर देश की सर्वोच्च व पुरातन सामाजिक संस्था गोर्खाली सुधार सभा की शाखा खोली गयी है, जो कि समाज से जुड़ी विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर कार्य करेगी। उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुये बताया कि सभा के गठन का मुख्य उद्देश्य समुदाय में आपसी मेल-मिलाप बढ़ाना, बच्चों में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाना,युवाओं को स्वरोजगार,असहाय लोगों की मदद सहित अन्य सामाजिक विषयों पर जागरूकता लाना है। साथ ही गोरखा समुदाय को प्रदेश व केन्द्र सरकार से मिलने वाले ‘ओबीसी’ आरक्षण की जानकारी उपलब्ध कराना और ओबीसी सर्टिफिकेट बनवाने में सहायता प्रदान करना। उपाध्यक्ष आशीष थापा ने कहा कि सभा पूर्ण रूप से सामाजिक कार्यों के प्रति समर्पित है और समय-समय पर समाज व राष्ट्रहित में विभिन्न सामाजिक कार्यों में सक्रियता के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन करेगी। संगठन मंत्री भगवान जोशी ने बताया कि जल्द ही सदस्यता अभियान चलाया जायेगा और समुदाय से जुडे़ अधिक से अधिक लोगों को सभा के साथ जोड़ा जायेगा। मीडिया प्रभारी कमल खड़का ने बताया कि हाल ही में देहरादून में सम्पन्न गोर्खाली सुधार सभा के केन्द्रीय व 43 शाखाओं के चुनाव सम्पन्न हुये। शाखाओं के चुनाव में निर्विरोध रूप से शमशेर बहादुर बम अध्यक्ष और आशीष कुमार थापा को उपाध्यक्ष चुना गया। बैठक में सुधीर आले, विजय सिंह, ठाकुर सिंह ने भी अपने विचार रखे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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