Skip to main content

युगपुरूष थे ब्रह्मलीन स्वामी कृष्णानंद महाराज-स्वामी रामेश्वरानंद

 


हरिद्वार।महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि संत परंपरा सनातन संस्कृति की वाहक है जो युगों युगों से विश्व भर में भारत का नाम गौरवान्वित कर रही है। संत महापुरुषों ने हमेशा ही राष्ट्र को नई दिशा प्रदान कर एकता के सूत्र में पिरोया है। जस्साराम रोड स्थित जगतगुरु उदासीन आश्रम में ब्रह्मलीन स्वामी कृष्णानंद महाराज के 27वें निर्वाण दिवस के अवसर पर आयोजित संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी कृष्णानंद महाराज एक युगपुरुष थे। जिन्होंने धर्म के संरक्षण संवर्धन में अपना संपूर्ण जीवन व्यतीत किया। ऐसे महापुरुषों को संत समाज नमन करता है। बाबा हठयोगी एवं महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि जो सुख और दुख दोनों को समान भाव से देखता हो और ग्रहण करता हो। जिसे अपने मान अपमान स्तुति एवं निंदा की चिंता नहीं रहती और जो धैर्य व निष्काम भाव से काम करता है। वही सच्चा संत है। कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरुषों का आभार व्यक्त करते हुए जगतगुरु उदासीन आश्रम के अध्यक्ष महंत सुतीक्ष्ण मुनि महाराज ने कहा कि पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन स्वामी कृष्णानंद महाराज एक महान एवं तपस्वी संत थे। जिन्होंने सदैव भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग के लिए प्रेरित किया। उन्हीं के आदर्शो को अपनाकर आज आश्रम के सेवा प्रकल्पों में निरंतर बढ़ोतरी की जा रही है और संत समाज की सेवा करते हुए गौ गंगा संरक्षण एवं भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म का प्रचार प्रसार ही उनके जीवन का मूल उद्देश्य है। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के कोठारी महंत दामोदर दास महाराज ने कहा कि संतों का जीवन निर्मल जल के समान होता है। ब्रह्मलीन स्वामी कृष्णानंद महाराज एक दिव्य महापुरुष थे। जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस अवसर पर स्वामी हरिहरानंद,स्वामी दिनेश दास, स्वामी रविदेव शास्त्री,महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि,महामंडलेश्वर स्वामी गंगादास, महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशमुनि,श्रीमहंत विष्णु दास,महंत प्रेमदास,महंत गंगादास, उदासीन महंत श्याम प्रकाश, महंत श्रवण मुनि, महंत श्यामदास, महंत ब्रह्ममुनि,महंत गोविंद दास उदासीन,महंत गुरमीत सिंह,महंत अरुण दास,महंत शिवानंद सहित बड़ी संख्या में संत महापुरुष उपस्थित रहे।


Comments

Popular posts from this blog

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।

बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

  हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के निर्देशन, अपर जिलाधिकारी पी0एल0शाह के मुख्य संयोजन एवं नोडल अधिकारी डा0 नरेश चौधरी के संयोजन में कांवड़ मेले के दौरान बी0ई0जी0 आर्मी के तैराक दल अपनी मोटरबोटों एवं सभी संसाधनों के साथ कांवडियों की सुरक्षा के लिये गंगा के विभिन्न घाटों पर तैनात होकर मुस्तैदी से हर समय कांवड़ियों को डूबने से बचा रहे हैं। बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा कांवड़ मेला अवधि के दौरान 127 शिवभक्त कांवडियों,श्रद्धालुओं को डूबने से बचाया गया। 17 वर्षीय अरूण निवासी जालंधर, 24 वर्षीय मोनू निवासी बागपत, 18 वर्षीय अमन निवासी नई दिल्ली, 20 वर्षीय रमन गिरी निवासी कुरूक्षेत्र, 22 वर्षीय श्याम निवासी सराहनपुर, 23 वर्षीय संतोष निवासी मुरादाबाद, 18 वर्षीय संदीप निवासी रोहतक आदि को विभिन्न घाटों से बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा गंगा में डूबने से बचाया गया तथा साथ ही साथ प्राथमिक उपचार देकर उन सभी कांवडियों को चेतावनी दी गयी कि गंगा में सुरक्षित स्थानों में ही स्नान करें। कांवड़ मेला अवधि के दौरान बी0ई0जी0आर्मी तैराक दल एवं रेड क्रास स्वयंसेवकों द्वारा गंगा के पुलों एवं घाटों पर माइकिं

अयोध्या,मथुरा,वृंदावन मे भी बनेगा महाजन भवन,नरेश महाजन बने उपाध्यक्ष

  हरिद्वार। उतरी हरिद्वार स्थित महाजन भवन मे आयोजित कार्यक्रम में अखिल भारतीय महाजन शिरोमणि सभा के सदस्यों ने महाजन भवन मे महाजन बिरादरी में से पठानकोट की मुकेरियां विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुने गये विधायक जंगीलाल महाजन का जोरदार स्वागत किया। बताते चले कि जंगी लाल महाजन हरिद्वार महाजन भवन के चेयरमैन, तथा आल इंडिया महाजन शिरोमणी सभा के प्रैसिडेट पद पर भी महाजन बिरादरी की सेवा कर रहें हैं। इस अबसर पर अखिल भारतीय महाजन सभा के चेयरमैन व (पठानकोट) से भाजपा विधायक जंगीलाल महाजन ने कहा कि आल इंडिया महाजन सभा की पद्धति के अनुसार नरेश महाजन जो कि आल इंडिया सभा के सीनियर बाईस चेयरमैन भी है को हरिद्वार महाजन भवन में उपाध्यक्ष तथा हरीश महाजन को महामंत्री निुयुक्त किया। इस अबसर पर जंगी लाल महाजन ने कहा कि हम आशा ये दोनों मिलकर समितिया भी बनायेगे और अन्य सभाओं को जोडकर हरिद्वार महाजन भवन की उन्नति के लिए जो हमारे बुजुर्गों ने जो विरासत हमे दी है उसे आगे बढायेगे। हम चाहते हैं हरिद्वार महाजन भवन की तरह ही मथुरा,बृदांवन तथा अयोध्या मे भी भवन बने। उसके लिए ये दोनों अपना योगदान देगे। इसीलिए