हरिद्वार। गुरुकल कांगड़ी विवि के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय में आयोजित इंजीनियर्स-डे पर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक अनुराग कुमार ने बताया कि भारत के महान इंजीनियर और भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्मदिन को इंजीनियर्स-डे उपलक्ष्य में मनाया जाता है और यह वर्ष 1968 से मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रकृति ही सबसे बड़ी इंजीनियर है और छात्रों को प्रोत्साहित किया कि हमें सब कुछ प्रकृति द्वारा प्रदत है। विशिष्ठ अतिथि के रूप में लैटबी डिजिटल से सौरव त्यागी और नितिन ने डिजिटल मार्केटिंग की उपयोगिता और व्यापार जगत के विषय में अवगत कराया तथा भविष्य में छात्रों के तकनीकी प्रशिक्षण में सहायता करने का भरोसा दिलाया। संकायाध्यक्ष प्रो. पंकज मदान ने बताया कि विदेशों में भारतीय मूल के नागरिक विश्वस्तरीय कंपनियों में शीर्ष पदों पर आसीन हैं,उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। साथ ही उन्होंने छात्रों को बिजनेस एवं इंजीनियरिंग की क्षमताओं को मिलाकर एक प्रोजेक्ट बनाने का एक विचार भी शेयर किया। उक्त प्रोजेक्ट में बेहतरीन टीम चुने जाने पर टीम को 51000 हजार की प्रोत्साहन राशि दिए जाने और प्रोजेक्ट को इंडियन नॉलेज ट्रेडिशन से जोड़ने के उपरान्त उस प्रोजेक्ट पर आने वाले खर्च का प्रावधान भी किया जाएगा की घोषणा की। भेल के रिटायर्ड जीएम आरआर शर्मा ने छात्रों को अच्छे इंजीनियर बन समाज के लिए कार्य करने प्रेरित किया। ई-गेमिंग में छात्र रवि रंजन कुमार,चन्द्रचूड़ सिंह,अभिनव रौथ,सार्थक राज की टीम और एक्सटेम्पोर में छात्र आयुष श्रीवास्तव विजेता रहे। कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.मयंक अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम का संयोजन एएम संजीव ने किया। इस अवसर पर डॉ.सुयश भारद्वाज,दीपक पैन्यूली,सुमित बंसल,देवानन्द जोशी ,नरेन्द्र मलिक, चन्दर सिंह,डॉ.निशांत कुमार,विवुध फोरे,अमन त्यागी, धर्मेन्द्र आदि उपस्थित रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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