हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विवि में शिक्षक पर्व के दूसरे दिन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और स्वामी श्रद्धानन्द के जीवन पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन किया गया। मानविकी संकाय के छात्रों एवं शोध अध्येताओं ने इसमें प्रतिभाग किया। भारत सरकार के कार्यक्रमानुसार पांच से नौ सितम्बर तक उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षक पर्व मनाया जा रहा है।विवि के अंग्रेजी विभाग में आयोजित कार्यक्रम में मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो. अंबुज कुमार शर्मा ने कहा कि महान लोगों का जीवन हमें प्रेरणा देता है और गुरुकुल एक तपस्वी के द्वारा स्थापित संस्था है। प्रो. शर्मा ने कहा कि गुरुकुल भारतीय ज्ञान-परंपरा पर आधारित शिक्षा देता है। शिक्षक पर्व के अवसर पर दो महान विभूतियों के जीवन से जुड़ी फिल्में दिखाने का उद्देश्य यह है कि हमारे छात्र गुरुकुल की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाएं। कार्यक्रम संयोजक डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि शिक्षक का कार्य ज्ञान से इतर सम्पूर्ण व्यक्तित्त्व विकास करना होता है और गुरुकुलीय परंपरा में शिक्षक की यह भूमिका सदैव से रही है। संचालन डॉ. विपुल भट्ट ने किया। मानविकी संकाय के शिक्षक डॉ. दीपक सिंह, डॉ. अजित तोमर, डॉ. वरुण बक्शी, अरुण सिंह अवाना के साथ ही शोध छात्र निकिता श्रीवास्तव, सम्पदा, प्रियंका सोनी, विपिन, मोहित, जितेंन्द्र आदि स्नातक और स्नाकोत्तर के छात्र उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment