हरिद्वार। कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में एक विवाहिता की मौत हो गई। प्रारंभिक पूछताछ में पति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेने की जानकारी पुलिस को दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि एक महिला की मौत होने की सूचना मिलने पर पुलिस एक निजी अस्पताल पहुंचीं। मृतका की पहचान रानी 38 वर्ष पत्नी राजेंद्र निवासी तपोवन नगर निकट चोरी गली के पास के रूप में हुई। मृतका के पति ने पूछताछ में बताया कि उसकी पत्नी अपने पिता की मौत के बाद मानसिक तनाव में थी। बुधवार रात वह सो गए थे लेकिन सुबह के वक्त पत्नी का शव कमरे के बाहर बरामदे में दुपट्टे के फंदे से झूलता हुआ मिला। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि मृतका का मायका विनायक एनक्लेव गिरधरपुर लालकुंआ जिला गाजियाबाद यूपी में है, उसके परिजनों को सूचना दे दी गई है। मृतका का एक बेटा ननिहाल में ही रहता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण सामने आ जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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