हरिद्वार। अंकिता भंडारी के हत्यारों के खिलाफ पहाड़ी महासभा अध्यक्ष सुभाष पुरोहित, सरंक्षक मंडल सतीश जोशी, हरिनारायण जोशी, पूर्व अध्यक्ष दिनेश सकलानी महामंत्री इंदर रावत, राकेश नोटियाल के नेतृत्व में आर्य नगर चौक पर जमकर नारेबाजी करते हुए हत्यारों को फांसी देने की मांग की। पहाड़ी महासभा के अध्यक्ष सुभाष पुरोहित ने कहा कि अंकिता भंडारी के हत्यारों को तत्काल फांसी की सजा दी जानी चाहिए, जिससे भविष्य में कोई भी इस तरह की हरकत करने की कोशिश न करे। कहा कि जितने भी अवैध रिजॉर्ट पहाड़ों में बनाये गए हैं उनकी जांच कर बुलडोजर चलाया जाए। पूर्व अध्यक्ष पहाड़ी महासभा दिनेश सकलानी, महामंत्री राकेश नौटियाल, कोषाध्यक्ष भगवती पंत, दिनेश जोशी, पहाड़ी महासभा की महिला विंग की अध्यक्ष सरिता पुरोहित, महामंत्री मीरा रतूड़ी ने कहा कि अंकिता के हत्यारों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए और सरकार को बाहरी व्यक्तियों की उत्तराखंड में जमीनों की खरीद फरोख्त पर तत्काल रोक लगानी चाहिए। प्रदर्शन करने वालों में प्रकाश भट्ट, राजेन्द्र भट्ट, डीएन जुयाल, शीर्षराम शर्मा, दीपक पांडेय, तरुण व्यास, प्रमोद डोभाल, शैलेन्द्र बौखण्डी, आतोल गुसाईं, केएन भट्ट, मनोज पोखरियाल, राजेश रतूड़ी, मोहिनी, एसपी चमोली, आशा नौटियाल, विमला भट्ट, भगवती प्रसाद पंत, भुवनेश पाठक, विजय गवाड़ी आदि थे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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