हरिद्वार। कोतवाली रानीपुर क्षेत्र में गणेश उत्सव के दौरान गलत टिप्पणी करने को लेकर हुए विवाद में दो समुदाय के बीच जमकर लाठी डंडे चले। करीब आधे घंटे तक हुई मारपीट में कई लोग घायल हो गए,जिन्हें इलाज के लिए अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक युवक की हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। दोनों पक्षों ने इस संबंध में क्रॉस मुकदमे दर्ज कराए हैं। एहतियात के तौर पर क्षेत्र में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। घटना क्षेत्र की विष्णुलोक कालोनी की है। विष्णुलोक निवासी महिला रशीदा ने आरोप लगाया कि उसके घर के बाहर कालोनी के ही रहने वाले सागर,राजन,नितीश, गोगनी,मन्नू, शाहिल,अमन,सूरज,बाबू एक युवक रूपन को पीट रहे थे। उसके बेटे फईम ने जब बीच बचाव करना चाहा तब उसके बेटे को पीटना शुरू कर दिया। भाई को बचाने आए उसके छोटे बेटे को भी नहीं बख्शा। परिजनों ने दोनों भाइयों को बचाना चाहा, लेकिन युवकों ने उन पर भी हमला कर दिया। सरेराह मारपीट होने से अफरा तफरी मच गई। वहीं दूसरे पक्ष के सागर ने मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि गणेश उत्सव के दौरान कुछ युवक गलत टिप्पणी करते कर रहे थे, उसने और उसके चचेरे भाई ने उन्हें समझाना चाहा, लेकिन उन्होंने उन पर हमला बोल दिया। आरोप हैं कि फईम,छोटू,आरिफ,आसिफ,जुनैद व अन्य अज्ञात युवक मारपीट कर फरार हो गए। कोतवाली प्रभारी रमेश तनवार के अनुसार इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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