हरिद्वार। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में मायापुर बस अड्डे के पास दो मिनट का मौन रखकर उत्तराखंड की बेटी को श्रद्धांजलि देते हुए हत्यारों के लिए फांसी की मांग की गई। सेठी ने कहा कि उत्तराखंड की बेटी की निर्मम हत्या कर दिल दहला देने वाली घटना से उत्तराखंड के साथ ही पूरे देश के नागरिकों में गुस्सा है। कहा ऐसे दोषियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलना चाहिए और फांसी के अलावा कोई सजा नहीं होनी चाहिए। उत्तराखंडवासी हत्यारों को जल्द से जल्द फांसी देने की आस लगाए बैठे हैं। सरकार को तुरंत फैसला लेते हुए ऐसे घिनौने पाप के लिए तत्काल कार्रवाई करते हुए फास्ट ट्रैक में पैरवी करते हुए फांसी की सजा दिलवानी चाहिए। मुख्यमंत्री से हम सभी मांग करते हैं कि अय्याशी के अड्डे बन चुके ऐसे सभी रिजॉर्ट सील होने चाहिए। एकांत जंगलों में रिजॉर्ट के नाम पर अय्याशी के अड्डे बनाकर उत्तराखंड की छवि धूमिल कर रहे। भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए।कुछ रसूखदारों की बदौलत आज उत्तराखंड के जंगल भी अतिक्रमण का शिकार हो रहे है। श्रद्धांजलि सभा में महानगर अध्यक्ष जितेंद्र चौरसिया, महामंत्री नाथीराम सैनी, भूपेंद्र भंडारी, मनमोहन सिंह, सुभाष चंद, बनारसी दास, सुनील मनोचा, सोनू चौधरी, गौरव गौतम, राजेश भाटिया, मनोज ठाकुर, उमेश चौधरी, पंकज माटा, सुनील मनोचा, भूदेव शर्मा, एसएन तिवारी, अनिल कुमार, धर्मपाल प्रजापति, राजेश शर्मा, गणेश शर्मा उपस्थित रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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