हरिद्वार। कनखल के दक्ष रोड के निकट एक आश्रम में हुए पेंशनरों के राष्ट्रीय अधिवेशन में नौ सूत्रीय मांगों पर विचार किया गया। अधिवेशन में देश के अलग-अलग हिस्सों से आए पेंशनर्स ने सभी मांगों को सरकार द्वारा जल्द सकारात्मक कदम उठाने के प्रस्ताव को पास किया। नौ सूत्रीय मांगों पर जल्द ही सरकार द्वारा कोई सकारात्मक पहल न करने पर आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार करने पर मंथन किया गया। कनखल स्थित एक आश्रम में भारतीय पेंशनर्स मंच के राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ रविवार को अतिथियों द्वारा भारत माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। मंच के राष्ट्रीय महामंत्री बीएस यादव ने बताया कि राष्ट्रीय सम्मेलन में सरकार से नौ मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की गयी। भारतीय पेंशनर्स मंच ने राष्ट्रीय सम्मेलन में नौ सूत्रीय मांग में पेंशनधारियों के 65 वर्ष की आयु के हो जाने पर उनकी पेंशन में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाने एवं हर पांच साल में पेंशन को बढ़ाए जाने, पेंशनरों से आयकर न वसूलने, वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराए में मिल रही छूट को समाप्त करने वाले फैसले को वापस लेने, एम्स में भी सभी पेंशनधारियों को मुफ्त इलाज की सुविधा देने,कोरोना काल में केंद्रीय कर्मचारियों व पेंशनधारियों के 18 माह के फ्रिज महंगाई भत्ता व महंगाई राहत को बहाल करने और कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति के समय सेवानिवृत्ति के लाभांश का भुगतान समय से करने की मांग पर सरकार से सकारात्मक कदम उठाने के प्रस्ताव को पास किया गया। मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण कुमार शुक्ला ने कहा कि पेंशनर्स अपनी मांगों के पूरा होने तक संघर्ष करते रहेंगे। इस दौरान राष्ट्रीय मंत्री सतीश चंद्र राय, राष्ट्रीय मंत्री संजय,राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बेद सिंह,शशि,लालजी प्रसाद,रमेश कुमार सिन्हा, सूर्यपाल सिंह,राज किशोर मिश्रा,मनपाल सिंह,मलकित सिंह, मंडली लाल,दिलशेर यादव आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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