Skip to main content

जाग्रत आत्माओं को पुकार रहा है यह समय: डॉ चिन्मय पण्ड्या

शांतिकुंज में पांच दिवसीय राष्ट्रीय पुनर्बोध शिविर का समापन


 हरिद्वार।गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में चल रहे पांच दिवसीय राष्ट्रीय पुनर्बोध शिविर का आज समापन हो गया। इस शिविर में कुल तेरह सत्र हुए। बारह राज्यों से आये दो सौ से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। शिविर के विदाई सत्र को संबोधित करते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि यह वर्ष नारी सशक्तिकरण वर्ष है। देश भर में नारी जागरण के अलावा नव चेतना जागरण गायत्री महायज्ञ आदि सहित विविध रचनात्मक आयोजनों को गति प्रदान करना है। श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि गायत्री परिवार की संस्थापिका परम वन्दनीया माता भगवती देवी शर्मा जी की जन्म शताब्दी वर्ष 2026 तक एक सभ्य और विकसित समाज का गठन कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करें। इससे पूर्व शिविर को संबोधित करते हुए देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि आज समय पुकार रहा है कि जाग्रत आत्माएँ आगे बढें और समाज को विकसित करने की दिशा में कार्य करें। स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वावलंबन सहित सभी क्षेत्रों में ऐसे जाग्रत आत्माओं की नितांत आवश्यकता है,जो ईमानदारी के साथ अपनी भूमिका निभायें। शिविर में व्यवस्थापक महेन्द्र शर्मा ने सच्चे लोकसेवियों की दिशा बोध विषय पर प्रकाश डाला। शिविर समन्वयक श्याम बिहारी दुबे ने बताया कि पांच दिवसीय राष्ट्रीय पुनर्बोध शिविर में गुजरात,हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र,दिल्ली, उप्र,छत्तीसगढ़,झारखण्ड सहित बारह राज्यों से आये दो सौ से अधिक दलनायक, संगीतज्ञ सहित अन्य सक्रिय परिव्राजक भाई बहिनों की भागीदारी रही। इसके साथ ही शांतिकुंज के अंतेःवासी भाई बहिनों ने भी प्रतिभाग किया। उन्होंने बताया कि शिविर के दौरान वर्तमान समय की चुनौतियों और उसके समाधान पर विस्तृत जानकारी दी गयी। कुल तेरह सत्र हुए, जिसमें विषय विशेषज्ञों ने व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक पक्षों पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री दुबे ने बताया कि चयनित प्रतिभागियों को देश के विभिन्न राज्यों में परिव्रज्या के लिए भेजा जायेगा,जो स्थानीय कार्यक्रमों, नव चेतना जागरण गायत्री महायज्ञों,नारी जागरण, युवा जागरण सहित विभिन्न प्रशिक्षण शिविरों का संचालन करेंगे।


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।