हरिद्वार। जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत कार्यरत कर्मचारियों को पिछ्ले तीन माह से वेतन नहीं मिला है। वेतन की मांग को लेकर कर्मचारियों ने डीएम व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा,लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। विरोध जताने के लिए कर्मचारियों को काली पट्टी बांधकर कार्य करना पड़ रहा है। जल्द ही वेतन नहीं मिलने पर सभी कर्मचारी उग्र आंदोलन करने के लिए विवश होंगे। बताते चलें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। वेतन की मांग को लेकर कर्मचारी 7 से लेकर 10 सितंबर तक काली पट्टी बांधकर कार्य करने के लिए मजबूर हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि बजट होने के उपरान्त भी उन्हें वेतन नही दिया जा रहा है। इससे कर्मचारियों में भारी नाराजगी है। सरकार की कार्यप्रणाली से आहत एनएचएम कर्मचारी संगठित होकर विरोध जता रहे हैं। इसके पूर्व जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन भी सौपा और वेतन नहीं मिलने पर काली पट्टी बांध कर कार्य करने की चेतावनी हुए दी। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। पूर्व घोषणा के अनुसार सभी कर्मचारी सभी कर्मचारियों ने 7 से लेकर 10 सितम्बर तक काला फीता बाँधकर कार्य स्थल पर कार्य करेंगे। इसके बाद उग्र आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। कर्मचारियो ने एकस्वर में कहा कि हमारी मांगों पर सरकार को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। तीन महीने से वेतन नहीं मिला है,यह गंभीर स्थिति है। अगर आगे भी ऐसा ही चलता रहा तो हम सभी कर्मचारीगण उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारियो ने सौतेला व्यवहार अपनाने का भी आरोप लगाया। ड़ा रविंद्र कालरा ने कहा कि संबंधित विभाग व शासन को पत्राचार करते रहते हैं और उनकी ओर से केवल आश्वासन दिया ज रहा है। परंतु आज तक ऐसा नहीं हुआ। कर्मचारियों को समय पर सेलरी ना देकर मानसिक शोषण किया जा रहा है। एएनएम कर्मचारियों ने संगठित होकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में बहादराबाद अध्यक्ष डॉ मनवीर डॉ प्रियंका डॉ प्रियंका सानू दिनेश पंत अश्वनी सतीश ठाकुर वे मीडिया प्रभारी स्वरूप सिंह पोखरियाल आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत कार्यरत कर्मचारियों को पिछ्ले तीन माह से वेतन नहीं मिला है। वेतन की मांग को लेकर कर्मचारियों ने डीएम व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा,लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। विरोध जताने के लिए कर्मचारियों को काली पट्टी बांधकर कार्य करना पड़ रहा है। जल्द ही वेतन नहीं मिलने पर सभी कर्मचारी उग्र आंदोलन करने के लिए विवश होंगे। बताते चलें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। वेतन की मांग को लेकर कर्मचारी 7 से लेकर 10 सितंबर तक काली पट्टी बांधकर कार्य करने के लिए मजबूर हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि बजट होने के उपरान्त भी उन्हें वेतन नही दिया जा रहा है। इससे कर्मचारियों में भारी नाराजगी है। सरकार की कार्यप्रणाली से आहत एनएचएम कर्मचारी संगठित होकर विरोध जता रहे हैं। इसके पूर्व जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन भी सौपा और वेतन नहीं मिलने पर काली पट्टी बांध कर कार्य करने की चेतावनी हुए दी। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। पूर्व घोषणा के अनुसार सभी कर्मचारी सभी कर्मचारियों ने 7 से लेकर 10 सितम्बर तक काला फीता बाँधकर कार्य स्थल पर कार्य करेंगे। इसके बाद उग्र आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। कर्मचारियो ने एकस्वर में कहा कि हमारी मांगों पर सरकार को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। तीन महीने से वेतन नहीं मिला है,यह गंभीर स्थिति है। अगर आगे भी ऐसा ही चलता रहा तो हम सभी कर्मचारीगण उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारियो ने सौतेला व्यवहार अपनाने का भी आरोप लगाया। ड़ा रविंद्र कालरा ने कहा कि संबंधित विभाग व शासन को पत्राचार करते रहते हैं और उनकी ओर से केवल आश्वासन दिया ज रहा है। परंतु आज तक ऐसा नहीं हुआ। कर्मचारियों को समय पर सेलरी ना देकर मानसिक शोषण किया जा रहा है। एएनएम कर्मचारियों ने संगठित होकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में बहादराबाद अध्यक्ष डॉ मनवीर डॉ प्रियंका डॉ प्रियंका सानू दिनेश पंत अश्वनी सतीश ठाकुर वे मीडिया प्रभारी स्वरूप सिंह पोखरियाल आदि शामिल रहे।
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