हरिद्वार। तीस सितम्बर को होने वाले शहर व्यापार मण्डल के चुनाव के लिए प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने पदाधिकारियों के साथ हरकी पैड़ी व अपर रोड़ क्षेत्र में व्यापारियों से संपर्क किया। इस दौरान संजीव चौधरी ने कहा कि व्यापार मण्डल के इतिहास में पहली बार खुला चुनाव होने जा रहा है। ये पहला अवसर है जब प्रत्येक व्यापारी को मतदान का अधिकार मिलेगा और कोई भी व्यापारी चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र होगा। चुनाव में भागीदारी करने के लिए व्यापारियों को अपना मत बनवाना होगा। चौधरी ने कहा कि चुनाव को लेकर पिछले तीस वर्षो से स्वयंभू व्यापारी नेता बने बैठे लोग परेशान है। उनके द्वारा व्यापारियों को मतदाता बनने से मना किया जा रहा है। लेकिन व्यापारियों के उत्साह से साफ है कि चुनाव ऐतिहासिक होगा। प्रदेश महामंत्री सुमित अरोरा व महानगर अध्यक्ष सर्वेश्वर मूर्ति भट्ट ने कहा कि यह चुनाव प्रत्येक व्यापारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ज्वालापुर शहर अध्यक्ष एडवाकेट सागर व शहर कोषाध्यक्ष मृत्युंजय अग्रवाल ने कहा कि अब व्यापारी स्वयं अपना नेता चुनेंगे। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष मयंकमूर्ति भट्ट,पुष्पेंद्र गुप्ता,संजीव कुमार, अरविंद कुमार,रिकी अरोरा व संदीप पाल आदि अनेक पदाधिकारी शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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