हरिद्वार।देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में जनवरी २०२४ में गायत्री अश्वमेध महायज्ञ का आयोजन होगा। यह आयोजन मायानगरी मुंबई के लोगों में आध्यात्मिकता एवं भारतीय संस्कृति की ओर कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित करने का कार्य करेगा। यह ऐतिहासिक महायज्ञ लोगों को भारत की जड़ों से जोड़ने का कार्य भी करेगा। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या महाराष्ट्र प्रांत के गायत्री परिवार के सक्रिय कार्यकर्ताओं के लिए मुंबई के गडकरी आडिटोरिया ठाणे में आयोजित एक समारोह को वर्चुअल संबोधित थे। उन्होंने कहा कि कोविड-१९ के कारण स्थगित गायत्री अश्वमेध महायज्ञ अब जनवरी २०२४ में होगा। इसके लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने होंगे। उन्होंने कहा कि यदि मुंबई जाग गया, तो देश को जगाने में ज्यादा देर नहीं लगेगी और स्वावलंबन की दिशा में भी देश आगे बढ़ेगा। उत्तर भारत से लेकर सम्पूर्ण देश के युवा मुंबई आते हैं, ऐसे युवाओं को स्वावलंबन से जोड़ने की विधाओं पर कार्य करने श्रद्धेय डॉ पण्ड्या ने बल दिया। युवा उत्प्रेरक श्रद्धेय डॉ पण्ड्या ने कहा कि गायत्री अश्वमेध महायज्ञ सांस्कृतिक पुनरुत्थान के साथ-साथ देश के विकास के लिए सामूहिक प्रार्थना भी है। इस महायज्ञ में बड़ी संख्या में देश के कोने कोने से लोग आयेंगे। ज्ञात हो कि मुंबई में गायत्री अश्वमेध महायज्ञ जनवरी २०२१ में होने वाला था, जो वैश्विक महामारी कोविड-१९ के उपजी परिस्थितियों के कारण स्थगित कर दिया गया था। यहाँ बताते चलें कि गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के निर्देशन में अब तक भारत सहित अमेरिका, आस्ट्रेलिया,साउथ अफ्रीका आदि देशों में पचास से अधिक गायत्री अश्वमेध महायज्ञ का आयोजन सफलता पूर्वक सम्पन्न हो चुका है।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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