हरिद्वार। युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा है कि देश की एकता अखंडता बनाए रखने में संत महापुरुषों की अहम भूमिका है और गुरु शिष्य परंपरा अनादि काल से भारत को विश्व भर में गौरवान्वित कर रही है। ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज एक महान तपस्वी महापुरुष थे। जिन्होंने जीवन पर्यंत सनातन परंपराओं का निर्वहन करते हुए राष्ट्र को हमेशा उन्नति की ओर अग्रसर किया। एक सशक्त समाज निर्माण में उनका योगदान हमेशा स्मरण किया जाएगा। श्रवण नाथ नगर स्थित जय मां आश्रम में चक्रवर्ती महामंडलेश्वर श्री उषा माता महाराज के परम शिष्य एवं जय मां मिशन के संस्थापक ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज की दूसरी पुण्यतिथि पर आयोजित संत समागम को संबोधित करते हुए साध्वी तरुण ज्योति मां ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी महादेव महाराज ने धर्म के साथ-साथ शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में भी जय मां मिशन की संस्थाओं का विस्तार किया और लंगर सेवा प्रारंभ कर गरीब असहाय लोगों के लिए अनेक सेवा प्रकल्प चलाए। ऐसे महापुरुषों को संत समाज नमन करता है। साध्वी शरण ज्योति मां ने कहा कि चक्रवर्ती सम्राट उषा माता एक दिव्य पुण्यात्मा थी। जिनके अधूरे कार्यों को पूर्ण करते हुए स्वामी महादेव महाराज ने हमेशा ही जय मां मिशन का विस्तार कर राष्ट्र की उन्नति में अपना सहयोग प्रदान किया और प्रत्येक संस्था का कुशल संचालन करते हुए उषा माता का नाम नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उन्हीं के मार्ग का अनुसरण करते हुए मिशन की साध्वीया उनके अधूरे कार्यों को पूर्ण कर रही हैं। इस दौरान साध्वी जीवन ज्योति, महंत सुतीक्षण मुनि, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी दिनेश दास, जगदीश चावला, अशोक क्षेत्रपाल सहित कई संत महापुरुष उपस्थित रहे।
हरिद्वार। युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा है कि देश की एकता अखंडता बनाए रखने में संत महापुरुषों की अहम भूमिका है और गुरु शिष्य परंपरा अनादि काल से भारत को विश्व भर में गौरवान्वित कर रही है। ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज एक महान तपस्वी महापुरुष थे। जिन्होंने जीवन पर्यंत सनातन परंपराओं का निर्वहन करते हुए राष्ट्र को हमेशा उन्नति की ओर अग्रसर किया। एक सशक्त समाज निर्माण में उनका योगदान हमेशा स्मरण किया जाएगा। श्रवण नाथ नगर स्थित जय मां आश्रम में चक्रवर्ती महामंडलेश्वर श्री उषा माता महाराज के परम शिष्य एवं जय मां मिशन के संस्थापक ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज की दूसरी पुण्यतिथि पर आयोजित संत समागम को संबोधित करते हुए साध्वी तरुण ज्योति मां ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी महादेव महाराज ने धर्म के साथ-साथ शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में भी जय मां मिशन की संस्थाओं का विस्तार किया और लंगर सेवा प्रारंभ कर गरीब असहाय लोगों के लिए अनेक सेवा प्रकल्प चलाए। ऐसे महापुरुषों को संत समाज नमन करता है। साध्वी शरण ज्योति मां ने कहा कि चक्रवर्ती सम्राट उषा माता एक दिव्य पुण्यात्मा थी। जिनके अधूरे कार्यों को पूर्ण करते हुए स्वामी महादेव महाराज ने हमेशा ही जय मां मिशन का विस्तार कर राष्ट्र की उन्नति में अपना सहयोग प्रदान किया और प्रत्येक संस्था का कुशल संचालन करते हुए उषा माता का नाम नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उन्हीं के मार्ग का अनुसरण करते हुए मिशन की साध्वीया उनके अधूरे कार्यों को पूर्ण कर रही हैं। इस दौरान साध्वी जीवन ज्योति, महंत सुतीक्षण मुनि, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी दिनेश दास, जगदीश चावला, अशोक क्षेत्रपाल सहित कई संत महापुरुष उपस्थित रहे।
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