हरिद्वार। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर नवरात्रों के दौरान नगर में मांस मदिरा की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने एवं अमावस्या पर नारायणी शिला मंदिर में उचित व्यवस्थाएं करने की मांग की है। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि 26 सितम्बर से नवरात्र महोत्सव का प्रारंभ हो रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में हिंदू धर्मावलम्बी व्रत रखकर मां दुर्गा का अनुष्ठान करते हैं। ऐसे में श्रद्धालु भक्तों की भावना का ध्यान रखते हुए नवरात्र महोत्सव के दौरान मांस मदिरा की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाए। नगर निगम बाईलॉज का पूरी तरह पालन सुनिश्चित किया जाए। दुकानों व रेस्टोरेंट पर मांस, मदिरा, अंडे आदि की बिक्री नहीं होनी चाहिए। पंडित अधीर कौशिक ने यह भी मांग की कि पितृ विसर्जनी अमावस्या के दौरान हजारों लोग नारायणी शिला मंदिर में पितृ तृपण के लिए आते हैं। नारायणी शिला मंदिर के सामने वाहनों की भीड़ लग जाती है। छोटे-छोटे दुकानदार अपनी दुकानें सड़कों पर ही लगा देते हैं। दुकानें भल्ला कालेज के मैदान या स्टेडियम में लगवायी जाएं। जिससे बाहर से आने वाले यात्री श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या ना हो और पार्किंग के पर्याप्त स्थान मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रशासन मांगों का संज्ञान लेकर त्वरित कदम उठाए।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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