हरिद्वार। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन ने नगर आयुक्त और मेयर को पत्र लिखकर स्वच्छता समितियों की बहाली की मांग की है। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन का कहना है कि नगर निगम से पूर्व कालोनियों में स्वच्छता समितियों का गठन किया गया था। कॉलोनीवासी अपनी कॉलोनी की सफाई अपने तौर-तरीकों से करवाते थे तथा स्वच्छकार के वेतन में नगर पालिका और कॉलोनीवासी दोनों का सहयोग रहता था। संगठन के अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह का कहना है कि समय-समय पर नगर पालिका में स्वच्छता समितियों की बैठक कर कॉलोनियों की सफाई संबंधी समस्याओं की समीक्षा होती थी। सफाई व्यवस्था को सुचारू चलाने वाली स्वच्छता समिति की प्रशंसा की जाती थी। इससे स्वच्छता समिति चलाने वाली समिति उत्साहित होकर कॉलोनी को सुंदर बनाने के लिए मेहनत करती थी। जब से नगर निगम ने स्वच्छता समितियों को भंग कर अन्य कंपनियों द्वारा सफाई व्यवस्था शुरू की है सफाई व्यवस्था सुचारू नहीं होने के कारण जहां तहां हर क्षेत्र में गंदगी का साम्राज्य है। कॉलोनियों की नालियां गंदगी से अटी हैं सड़क की सफाई व्यवस्था भी अच्छी नहीं है। संगठन ने सफाई व्यवस्था के लिए स्वच्छता समितियों का पुनः गठन करने की मांग की है। मांग करने वालों में विद्यासागर गुप्ता,नरेश चंद काला,सीताराम, प्रेम कुमार भारद्वाज,एफसीएस भास्कर,आनंद प्रकाश गौड़,केपी शर्मा,वीसी गोयल,हरिशचंद चावल,देवी दयाल, एसएन बत्रा, ताराचंद,उमेश गोयल,सुरेन्द्र छाबड़ा,सुखवीर सिंह, जेपी गुप्ता आदि शामिल हैं।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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