हरिद्वार। उच्च शिक्षा निदेशक हल्द्वानी के निर्देशानुसार एसएमजेएन कालेज में सिंगल यूज प्लास्टिक निस्तारण समिति का गठन किया गया। समिति में डा.मनमोहन गुप्ता,डा.तेजवीर सिंह तोमर,डा.जगदीश चन्द्र आर्य,डा.नलिनी जैन, विनय थपलियाल,डा.सुषमा नयाल,डा.मनोज कुमार सोही,डा.शिव कुमार चौहान,डा.विजय शर्मा,डा.प्रज्ञा जोशी,डा.लता शर्मा, डा.मोना शर्मा, मोहनचन्द्र पाण्डेय, कु.अमूल्य सक्सेना, कु.अंशिका,सत्यम जोशी को शामिल किया गया है। उक्त जानकारी देते हुए कॉलेज के प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि कालेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी महाराज समिति के संरक्षक रहेंगे। समिति महाविद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार के प्लास्टिक का प्रयोग पूरी तरह प्रतिबन्धित करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करेगी। डा.संजय कुमार माहेश्वरी,समन्वयक आईक्यूएसी ने बताया कि महाविद्यालय में कूडे को प्रत्येक विभाग, संकाय से उठाकर नियत स्थान पर एकत्र किया जायेगा तथा सम्बन्धित निकाय से सम्पर्क स्थापित कर कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह प्रतिबन्ध रहेगा। जिसके लिए छात्र-छात्राओं को कक्षाओं में अथवा सूचना के माध्यम से जागरूक किया जायेगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment