हरिद्वार। अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख और देवसंस्कृति विवि के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या के 73वें जन्मदिन को चेतना दिवस के रूप में मनाया गया। सादगीपूर्ण माहौल में दीपयज्ञ के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी, व्यवस्थापक महेन्द्र शर्मा सहित शांतिकुंज के कार्यकर्ता, देसंविवि परिवार एवं गायत्री विद्यापीठ के बच्चों ने गुलदस्ता भेंटकर स्वस्थ जीवन की मंगलकामना की। इससे पूर्व शांतिकुंज के अंतेवासी कार्यकर्त्ता एवं विभिन्न शिविरों में आये साधकों ने 27 कुंडीय यज्ञशाला में डॉ. पण्ड्या की दीर्घायु एवं स्वस्थ जीवन की मंगल कामना करते हुए आहुतियां दीं। वहीं शांतिकुंज द्वारा संचालित हो रहे विश्व भर की पांच हजार से अधिक प्रज्ञा संस्थानों में भी गायत्री परिवार प्रमुख का जन्म दिवस चेतना दिवस के रूप में मनाया गया। देवसंस्कृति विवि के मृत्युजंय सभागार में उनके जन्मदिन को चेतना दिवस के रूप में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मनाया गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment