हरिद्वार। जिला खेल अधिकारी आरव एस व धामी ने अवगत कराया है कि खेल निदेशालय उत्तराखण्ड देहरादून के तत्वावधान में एवं जिला खेल कार्यालय रोशनाबाद द्वारा 02 अक्टूबर को गाँधीजी एवं लाल बहादूर शास्त्री की जयंती समारोह मनाने के क्रम में शनिवार को 140 बालक/बालिका तथा ओपन पुरुष/महिला वर्ग में क्रास कंट्री दौड़ का आयोजन भगतसिंह चौक से केन्द्रीय विद्यालय (भेल) हरिद्वार तक किया गया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ डा० नरेश चौधरी, सचिव रेडक्रास सोसाइटी हरिद्वार द्वारा हरी झण्डी दिखाकर किया गया। प्रतियोगिता में 149 बालक एवं 50 बालिकाओं ने प्रतिभाग किया। प्रतियागिता का समापन एवं पुरस्कार वितरण केन्द्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेश कुमार द्वारा किया गया। प्रधानाचार्य राजेश कुमार द्वारा अपने उद्बोधन में सभी विजेता प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि स्वस्थ्य शरीर में स्वस्थ्य मस्तिष्क निवास करता है तथा सभी प्रतिभागियों को भविष्य में और अधिक मेहनत करने पर बल दिया। प्रतियोगिता के बाद 16 वर्षीय बालक वर्ग में शुभम प्रथम,मोहित सैनी द्वितीय,सोनू तृतीय, निपुन पाल चतुर्थ तथा गोपिन्द्र पंचम स्थान पर रहे। इसी प्रकार 16 वर्षीय बालिका वर्ग में प्राची प्रथम,विधि द्वितीय,कर्तिका पाल तृतीय,सजल चतुर्थ, तथा प्रीति पंचम स्थान पर रही। ओपन पुरुष वर्ग में-लक्ष्य अरोडा प्रथम, धर्मेन्द्र कुमार द्वितीय, शेखर तृतीय,आदित्य कुमार चतुर्थ तथा सानू कुमार पंचम स्थान पर रहे। इसके अतिरिक्त ओपन महिला वर्ग में अन्तिमा प्रथम,शिवानी द्वितीय,भावना कोरगा तृतीय,आशु चतुर्थ तथा अमनदीप कौर पंचम स्थान पर रही। इस अवसर पर प्रदीप कुमार उपक्रीडा अधिकारी,अनुराग राठी सहायक प्रशिक्षक,अनुराग धामन्दा एथलेटिक्स,मनोज मलिक क्रिकेटर,श्रीमती ईशा सैनी ,श्रीमती राधिका कुशवाहा,शुभम बोहरा,विशाल चौधरी एथलेटिक्स,विजय पाल,सोहन वीर एथलेटिक्स,प्रजापति कुकरेती मुख्य प्रशासनिक अधिकारी,रविन्द्र कुमार यादव प्रशासनिक अधिकारी,विक्रम सिंह,मनोज कुमार अभिषेक एवं अनेक खेल प्रेमी उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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