हरिद्वार। कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि सरकार, विश्वविद्यालय और औद्योगिक इकाई एक प्लेटफार्म पर काम करेंगी तो युवाओं को नौकरी मिलने में आसानी होगी। समाज में यह बात फैली हुई है कि सरकार नौकरी देने में असक्षम है। मगर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में उद्योग एकेडमिक इनक्यूबेशन सेंटर खुलने से औद्योगिक इकाइयों को मनचाहे छात्र या शोधार्थी मिल सकते हैं। यह सेंटर युवाओं को रोजगार उपलब्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। गुरुकुल कांगड़ी विवि में उद्योग एकेडमिक इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन करते हुए सौरभ बहुगुणा ने कहा कि हमारे युवाओं में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उन्हें अवसर व मार्गदर्शन मिले तो वह विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन कर शिक्षा व रोजगार के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर सकते हैं। अध्यक्षता करते हुए विवि के कुलपति प्रो. रूपकिशोर शास्त्री ने कहा कि सिडकुल मैनुफैक्चर्स एसोसिएशन ने पिछले कुछ समय पूर्व यह मांग की थी कि विश्वविद्यालय में एकेडमिक इनक्यूबेशन सेंटर खोला जाए। विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को समय से रोजगार मिल जाए उससे प्रदेश और देश का विकास होता है। सिडकुल मैनुफैक्चर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरेन्द्र गर्ग ने कहा कि विश्वविद्यालय में एकेडमिक इनक्यूबेशन सेंटर खोलना उनका सपना था। दोनों संस्थाओं के संयुक्त प्रयास से युवाओं को रोजगार उपलब्ध करना आसान होगा। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय के एकेडमिक इनक्यूबेशन सेंटर में कंपनियों के एचआर और मैनेजर समय पर आकर नए-नए प्लेसमेंट कर सकते हैं। एकेडमिक इनक्यूबेशन सेंटर के संयोजक व भेषज विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.सत्येन्द्र राजपूत ने विचार रखे। इस अवसर पर जगदीश लाल पाहवा,सुमित्रा पांडेय,डॉ.महेन्द्र आहुजा,आरपी ममगई,सुधांशु जोशी, प्रो. एलपी पुरोहित, प्रो. वीके सिंह, प्रो.पंकज मदान, डॉ.राकेश भूटियानी,डॉ.अजय मलिक, डॉ.एमएम तिवारी, डॉ.विपिन शर्मा,डॉ.कपिल गोयल, डॉ.मोहर सिंह मीणा,डॉ.वेदव्रत,डॉ.उधम सिंह,डॉ.पंकज कौशिक, कुलभूषण शर्मा, हेमंत नेगी आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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