हरिद्वार। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को तीन सूत्री मांगों को लेकर तहसील परिसर में प्रदर्शन किया। राज्य आंदोलनकारियों से वार्ता करते हुए तहसीलदार दयाराम ने दो दिनों में मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया है। राज्य आंदोलनकारी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार दोपहर तहसील परिसर में पहुंचे। यहां पर राज्य आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान राज्य आंदोलनकारियों की रोकी गई पेंशन शीघ्र जारी करने, राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को पेंशन दिए जाने आदि मांगों को जल्द पूरी किए जाने की मांग की गई। तहसीलदार दयाराम के दो दिन में तीन सूत्री मांगों का निराकरण करने के आश्वासन पर राज्य आंदोलनकारियों ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष सतीश जोशी ने बताया कि यदि दो दिनों में उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह फिर से आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। धरना प्रदर्शन करने वालों में भगवान जोशी,जसवंत सिंह बिष्ट, अनिल सती,डीएन जुयाल,जगमोहन सिंह नेगी,पुष्पा देवी,ख्यात सिंह रावत,जेपी बड़ाकोटी,एसपी बलूनी,प्रताप सिंह थपलियाल, भगवती प्रसाद काला, किशोर नैथानी,जगदीश रावत,श्रीचंद बुटोला,ललित मोहन जोशी, सरिता पुरोहित,प्रमोद डोभाल आदि मौजूद थे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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