हरिद्वार। थाना सिडकुल क्षेत्रान्गर्त नेहरू कॉलोनी में शादी के लिए दबाव बना रही एक युवती की प्रेमी ने गला दबाकर हत्या कर दी। सिडकुल पुलिस ने आरोपी प्रेमी को हिरासत में ले लिया है। युवती के भाई ने इस संबंध में आरोपी प्रेमी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। सिडकुल पुलिस के अनुसार मंगलवार दोपहर कालोनी निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी कि उसके यहां किराए पर रहने वाले युवक के कमरे में एक युवती मृतवस्था में पड़ी है। सूचना मिलने पर एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह,सीओ सदर बहादुर सिंह चौहान, प्रभारी निरीक्षक प्रमोद उनियाल मौके पर पहुंचे। पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में मृतका की पहचान सरिता पुत्री हरिसिंह निवासी बैरागी कैंप कनखल के रूप में हुई। मकान मालिक ने पुलिस को बताया कि मृतका का युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था और वह रोजाना कमरे पर आया करती थी। सुबह होने पर जब उसका स्कूटर घर के बाहर खड़ा मिला तब उसने संदेह होने पर कमरे के अंदर झांकर देखकर था तो उसका शव अंदर पड़ा था। पुलिस युवक अमित पुत्र ज्ञान सिंह निवासी बना मसूरी थाना इंचोली मेरठ यूपी की तलाश करती वह खुद ही मौके पर पहुंच गया। थाने ले जाकर की गई पूछताछ में युवक ने बताया कि उसका सात माह से प्रेम प्रसंग युवती से चल रहा था और वह उस पर शादी के लिए दबाव बना रही थी लेकिन वह शादी नहीं करना चाहता था। मंगलवार सुबह भी वह जब कमरे पर पहुंची थी तब उनके बीच शादी को लेकर विवाद हुआ था। गुस्से में आकर उसने दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया। पुलिस के सूचना देने पर मृतका के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। नगर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार सिंह के अनुसार मामले मे आरोपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। हत्या में प्रयुक्त दुपट्टा भी बरामद कर लिया गया है। मृतका का स्कूटर, बैग और टिफिन भी मिला है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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