हरिद्वार। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने ज्वालापुर स्थित मदरसा अरबिया दारूल उलूम रशीदिया में पढ़ रहे बच्चों से मुलाकात की और उन्हें कानून की जानकारी दी तथा नशे से दूर रहने का आह्वान किया। इस दौरान बच्चों ने इंस्पेक्टर सकलानी से सवाल किया कि वे देश की तरक्की और पुलिस प्रशासन में किस प्रकार अपनी सेवा दे सकते हैं। बच्चों ने उनसे टिहरी की तर्ज पर ज्वालापुर में भी फ्री कोचिंग सेंटर खोलने की मांग भी की। बच्चों के सवालों का जवाब देते हुए कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर आरके सकलानी ने कहा कि मदरसे भी शिक्षा का माध्यम हैं। सभी शिक्षा केंद्र चाहे स्कूल हो या मदरसा छात्र-छात्राओं के चरित्र में निर्माण में विशेष भूमिका निभाते हैं। मदरसों में पढ़ रहे बच्चों को मायूस नहीं होना चाहिए। यदि छात्र में प्रतिभा है तो उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। अपनी स्किल को विकसित कर भी जीवन में अच्छा मुकाम पाया जा सकता है। उन्होंने बच्चों को आगे बढ़ने के लिए अपनी और से हरसंभव सहायता का आश्वासन भी दिया। मदरसे के प्रबंधक मौलाना मौहम्मद आरिफ और अध्यापकों ने गुलदस्ता भेंटकर कोतवाली प्रभारी का स्वागत किया। मौलाना आरिफ ने कहा कि आज के दौर में इंसान को इंसानियत सीखने की बेहद जरूरत है। बेहतर शिक्षा एक छात्र को अच्छा इंसान बनाती है और उसके भविष्य की दिशा तय करती है। दीन व दुनियावी तालीम जरूरी है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहना चाहिए। नशा सामाजिक बुराई है। उन्होंने युवाओं से यह भी अपील की कि बड़े बुजुर्गो का आदर सम्मान करें। इस अवसर पर मास्टर साजिद हसन, मौलाना, मौलाना मोहम्मद साजिद, हाफिज उस्मान,मास्टर शौकीन, मास्टर आजम, मास्टर मोहम्मद इस्लाम, कारी मोहम्मद फरमान, मौलाना मोहम्मद इसरार सहित मदरसे के सभी अध्यापक व छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
हरिद्वार। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने ज्वालापुर स्थित मदरसा अरबिया दारूल उलूम रशीदिया में पढ़ रहे बच्चों से मुलाकात की और उन्हें कानून की जानकारी दी तथा नशे से दूर रहने का आह्वान किया। इस दौरान बच्चों ने इंस्पेक्टर सकलानी से सवाल किया कि वे देश की तरक्की और पुलिस प्रशासन में किस प्रकार अपनी सेवा दे सकते हैं। बच्चों ने उनसे टिहरी की तर्ज पर ज्वालापुर में भी फ्री कोचिंग सेंटर खोलने की मांग भी की। बच्चों के सवालों का जवाब देते हुए कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर आरके सकलानी ने कहा कि मदरसे भी शिक्षा का माध्यम हैं। सभी शिक्षा केंद्र चाहे स्कूल हो या मदरसा छात्र-छात्राओं के चरित्र में निर्माण में विशेष भूमिका निभाते हैं। मदरसों में पढ़ रहे बच्चों को मायूस नहीं होना चाहिए। यदि छात्र में प्रतिभा है तो उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। अपनी स्किल को विकसित कर भी जीवन में अच्छा मुकाम पाया जा सकता है। उन्होंने बच्चों को आगे बढ़ने के लिए अपनी और से हरसंभव सहायता का आश्वासन भी दिया। मदरसे के प्रबंधक मौलाना मौहम्मद आरिफ और अध्यापकों ने गुलदस्ता भेंटकर कोतवाली प्रभारी का स्वागत किया। मौलाना आरिफ ने कहा कि आज के दौर में इंसान को इंसानियत सीखने की बेहद जरूरत है। बेहतर शिक्षा एक छात्र को अच्छा इंसान बनाती है और उसके भविष्य की दिशा तय करती है। दीन व दुनियावी तालीम जरूरी है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहना चाहिए। नशा सामाजिक बुराई है। उन्होंने युवाओं से यह भी अपील की कि बड़े बुजुर्गो का आदर सम्मान करें। इस अवसर पर मास्टर साजिद हसन, मौलाना, मौलाना मोहम्मद साजिद, हाफिज उस्मान,मास्टर शौकीन, मास्टर आजम, मास्टर मोहम्मद इस्लाम, कारी मोहम्मद फरमान, मौलाना मोहम्मद इसरार सहित मदरसे के सभी अध्यापक व छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
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