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मुलायम सिंह यादव का निधन राजनीतिक जगत की बड़ी क्षति-श्रीमहंत हरि गिरी


 हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री एवं जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उसे राजनीतिक जगत के इतिहास में एक युग का अंत बताया है। प्रैस को जारी बयान में श्रीमहंत हरि गिरी महाराज ने कहा कि भारत के पूर्व रक्षा मंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव राजनीति के दिग्गज नेताओं में से एक थे और संघर्षशील व्यक्तित्व के रूप में लोकप्रिय थे। उनके निधन से राजनीति जगत को एक बड़ी क्षति पहुंची है। जिसे कभी पूर्ण नहीं किया जा सकता। उनका आदर्श पूर्ण संघर्षशील जीवन उनके विचार और सभी के प्रति उनका एक समान नजरिया उनके जीवन को महान बनाता था। देश को उन्नति की ओर अग्रसर करने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और यूपी के समूचे विकास के लिए हमेशा प्रयासरत रहे। ऐसे महान नेता लोगों के दिलों में हमेशा स्मरण रहेंगे। राष्ट्र निर्माण में उनका अहम योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कुंभ मेलों में संत समाज के लिए मूलभूत सुविधाओं को लेकर बड़ा दायित्व निभाया और संतो से उनका हमेशा ही संबंध बना रहा। संत समाज ईश्वर से उनकी आत्म शांति की प्रार्थना करता है।


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धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।

बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

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गुरु ज्ञान की गंगा में मन का मैल,जन्मों की चिंताएं और कर्त्तापन का बोध भूल जाता है - गुरुदेव नन्दकिशोर श्रीमाली

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