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“भारत युवा शक्ति से समृद्ध देश है” - डा.महेंद्र नाथ पाण्डेय


 हरिद्वार।  बीएचईएल हरिद्वार में भी लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई। इस उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डा. महेंद्र नाथ पाण्डेय ने सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक, भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव अरुण गोयल, बीएचईएल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक डा.नलिन सिंघल, बीएचईएल के निदेशक (पावर एवं मानव संसाधन-अतिरिक्त प्रभार) उपिंद्र सिंह मठारु, बीएचईएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी शिवपाल सिंह,भेल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक प्रवीण चन्द्र झा तथा कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन)कारपोरेट कार्यालय एम. इसादोर की उपस्थिति में सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलायी। समारोह को सम्बोधित करते हुए डा.महेंद्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि सरदार पटेल ने देश के एकीकरण में जो अविस्मरणीय  भूमिका निभाई है, उसके लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से शुरू किए गए इस आयोजन का मूल उद्देश्य जन-जन को राष्ट्र से जोड़ना है। डा. पाण्डेय ने इस बात पर जोर दिया कि आज का भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर है और एक संस्थान के रूप में  बीएचईएल इस अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। डा. निशंक ने कहा कि सरदार पटेल ने अपना क्षण-क्षण देश की अखंडता के लिए अर्पित कर दिया। डा.नलिन सिंघलने अपने स्वागत सम्बोधन में इस आयोजन को देश की साझा संस्कृति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि हम सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस में निहित मूल भावना से प्रेरणा लेते हुए एकजुट होकर कार्य करना है। इस उपलक्ष्य में एक “राष्ट्रीय एकता दौड़” कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसको मंत्री महोदय ने झंडी दिखाकर रवाना किया। सैकड़ों बीएचईएल कर्मियों, सीआईएसएफ जवानों तथा स्कूली बच्चों ने इस दौड़ में भाग लिया। बीएचईएल स्पोर्ट्स स्टेडियम से शुरू हुई यह दौड़ उपनगरी के रिहायशी इलाकों से होते हुए वापस स्टेडियम पर आकर समाप्त हुई। इस अवसर पर बीएचईएल एवं भारी उद्योग मंत्रालय के अनेक वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी, यूनियन एवं एसोशिएशन के प्रतिनिधि,मीडिया प्रतिनिधि, अनेक गणमान्य तथा उपनगरीवासी आदि उपस्थित थे । 


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धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।

बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

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