हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के बैनर तले हरिद्वार में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के आखिरी दिन किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश सिंह से मुलाकात की। किसानों ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम ज्ञापन सौंपा। 12 सूत्रीय मांगें न माने जाने पर किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। मंगलवार को किसानों ने वीआईपी घाट पर महापंचायत की। यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चो. धर्मेन्द्र मलिक ने कहा कि भारत की 75 फीसदी से अधिका जनसंख्या आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। लेकिन मौसम की मार और सुनियोजित कृषि नीति के अभाव में किसान कर्ज के कारण आत्महत्या कर रहें हैं। कृषि के लिए समग्र कृषि नीति और कुछ आवश्यक कदम उठाने जरूरी है। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने हरिद्वार में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में देश के किसानों की समस्याओं को हल करने की अपेक्षा भारत सरकार से की है। इसके लिए किसानों ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रधानमंत्री और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। मांगें न माने जाने पर किसान उग्र आंदोलन करेंगे। इस मौके पर बाबा राजेन्द्र मलिक,मागेराम त्यागी,राजेश सिंह चौहान,धर्मेंद्र,हरिनाम सिंह वर्मा,जगदीश सिंह पटेल, राजवीर सिंह,दिगम्बर सिंह,विक्रम सिंह गोराया, योगेन्द्र राठी, कर्मजीत,कमजोत सिंह,जगपाल,रविंद्र सिंह राणा सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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