हरिद्वार। राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति की एक्जीक्यूटिव कमिटी की बैठक वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा के कार्यालय चंद्राचार्य चौक में राष्ट्रीय अध्यक्ष मधुसूदन आर्य द्वारा आहूत की गई। बैठक की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष इंजीनियर मधुसूदन अग्रवाल ने की। एसएस राणा को हरिद्वार का जिला अध्यक्ष तथा विनोद मित्तल को संस्था का जिले का महामंत्री, विश्वास सक्सेना को मीडिया प्रभारी, कमला जोशी को प्रांतीय महिला अध्यक्ष, अरुण कुमार पाठक को प्रकाशन मनोनीत किया गया डॉक्टर महेंद्र आहूजा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उद्योग, प्रमोद शर्मा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,एस के विरमानी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया तथा नव निर्वाचित पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। बैठक में उपस्थित राष्ट्रीय अध्यक्ष मधुसूदन आर्य ने नव दायित्व पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी है और संगठन द्वारा 10 दिसंबर विश्व मानवाधिकार दिवस पर आयोजित होने वाले भव्य कार्यक्रम तथा 18 व 19 दिसंबर को विशाल मेडिकल कैंप एवं रक्त दान शिविर की रूपरेखा पर विचार विमर्श किया गया। उन्होंने बताया निकट भविष्य में मेदांता मेडिसिटी गुड़गांव का एक विशेष कैंप गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में जिसमें दिल की बीमारी ऑर्थोपेडिक न्यूरो सर्जरी के विशेष डॉक्टर आएंगे तथा एक्सरे ईसीजी ब्लड प्रेशर अन्य टेस्टिंग निशुल्क किए जाएंगे तथा कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री के जन्मदिन पर एक निशुल्क ब्लड डोनेशन कैंप लगाया जाएगा। शिविर में आयुर्वेदिक डॉक्टर डॉ मनीषा दीक्षित, दातों के डॉक्टर निशी गर्ग कुमार,होम्योपैथिक के डॉक्टर डॉ पवन सिंह का विशेष योगदान रहेगा। बैठक में जगदीश विरमानी, राष्ट्रीय महामंत्री विमल गर्ग, सुरेश चंद्र गुप्ता, राजीव राय,प्रो मनुदेव बंधु,डॉ पंकज कौशिक,हेमंत सिंह नेगी, रेखा नेगी, कुलभूषण शर्मा आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment