हरिद्वार। पूर्वांचल उत्थान संस्था ने बहादराबाद में गंगनहर पुल के समीप छठ घाट निर्माण की मांग की है। संस्था के पदाधिकारियों व सदस्यों का कहना है कि घाट को लेकर पूर्वांचल समाज का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। गत वर्ष सीएम धामी के शिलान्यास करने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि इस वर्ष पक्के घाट पर छठ पर्व मना सकेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पूर्वांचल उत्थान संस्था ने घाट निर्माण के उपरांत घाट को गोद लेकर साफ सफाई से लेकर आरती तक कराने की जिम्मेदारी उठाने को तैयार है। छठ पूजा समिति के संयोजक वरूण शुक्ला ने बताया कि संस्था स्वयं के खर्चे पर घाट की सफाई से लेकर साथ सज्जा का कार्य करती है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। जिसमें स्थानीय शासन प्रशासन के अधिकारी, विधायक, मंत्री भी शामिल होते हैं और आयोजन में सहयोग भी करते हैं। लेकिन अभी तक किसी ने घाट निर्माण की ओर ध्यान नहीं दिया। सीए आशुतोष पांडेय ने कहा कि उत्तराखंड सरकार घाट का निर्माण करा देती है तो पूर्वांचल उत्थान संस्था घाट को गोद लेकर साफ सफाई से लेकर आरती आदि की व्यवस्था स्वयं करेगी। वरूण शुक्ल एवं सीए आशुतोष पांडेय ने कहा कि रानीपुर और ज्वालापुर विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले पूर्वांचल के लोग जान जोखिम में डालकर बहादराबाद में गंगनहर पुल के समीप कच्चे घाट पर छठ का पर्व मनाते चले आ रहे हैं। ऐसे में पूर्वांचल समाज के लोगों ने छठ घाट का निर्माण कराने के लिए शासन प्रशासन से लेकर सरकार का से भी गुहार लगायी। लेकिन नतीजा शुन्य ही रहा। इसके उपरांत पूर्वांचल उत्थान संस्था के बैनर पर लोगों ने आवाज उठाई और नगरपालिका परिषद शिवालिक नगर के चैयरमेन राजीव शर्मा ने पूर्वांचल के लोगों की मांग के समर्थन में सीएम को पत्र भेजा। इसके बाद गत वर्ष मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छठ महोत्सव के बीच घाट का शिलान्यास करते हुए घाट निर्माण कराने को लेकर स्वीकृति प्रदान कर दी। इससे पूर्वांचल समाज के लोगों को भरोसा हो गया कि अगले वर्ष पक्के घाट पर छठ पर्व मना सकेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पूर्व की भांति इस बार भी पूर्वांचल के लोगों को कच्चे घाट पर छठ पर्व मनाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। घाट निर्माण की मांग करने वालों में संतोष पांडे,प्रमोद पटेल,कृष्ण कुमार यादव,राकेश शर्मा,गौरव यादव, संतोष यादव, रूप लाल यादव,व्यास राय,प्रशांत राय,सीए आशुतोष पांडे,बीएन राय,राकेश राय,राम अवतार सिंह ,वरुण शुक्ला,कमलेश सिंह,वीके त्रिपाठी,दिलीप कुमार झा,सुमित झा,सुजीत कुशवाहा, रंजीता झा,संतोष झा, सहित अन्य पूर्वांचल समाज के लोग शामिल रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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