हरिद्वार। तीर्थनगरी से हिन्दी और अंग्रेजी समाचार पत्र के सम्पादक वरिष्ठ पत्रकार पुष्करराज कपूर के आकस्मिक निधन पर पत्रकार जगत मे शोक की लहर दौड़ गई। वरिष्ठ पत्रकार दैनिक समाचार पत्र के सम्पादक एवं सूचना विभाग के सूचीबद्वता समिति के सदस्य पुष्करराज कपूर के आकस्मिक निधन पर कई पत्रकार संगठनों के साथ जिलाधिकारी ने भी शोक जताया हैं। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने दैनिक हाक हिन्दी एवं अंग्रेजी समाचार पत्र के स्वामी, मुद्रक,प्रकाशक, सम्पादक एवं वरिष्ठ पत्रकार पुष्कर राज कपूर के आकस्मिक निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। जिलाधिकारी ने एक शोक सन्देश में कहा कि सरल व्यक्तित्व के धनी पुष्कर राज कपूर हमेशा स्वस्थ पत्रकारिता के पक्षधर रहे। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके द्वारा दिये गये योगदान को हमेशा याद रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि उनके आकस्मिक निधन से पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति हुई है। श्री पाण्डेय ने ईश्वर से, दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करते हुये, शोक संतप्त परिवारजनों को यह दारूण दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिये, प्रार्थना की है। वही प्रेस क्लब हरिद्वार,उत्तराखण्ड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन,नेशनल जर्नलिस्ट ऑफ उत्तराखण्ड सहित विभिन्न पत्रकार संगठनों ने भी स्व0 कपूर के आकस्मिक निधन पर शोक जताया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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