हरिद्वार। भारतीय राजनीति के आदर्श एवं दलित, पिछड़े तथा किसान-मजदूरों के मसीहा धरती पुत्र मुलायमसिंह यादव के महाप्रयाण के अवसर पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन सर्वप्रिय विहार स्थित समाजवादी नेता सोनल प्रिंस के कार्यालय पर आयोजित किया गया। जिसमें कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, समाजसेवी एवं गणमान्य नागरिकों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर राष्ट्र एवं समाज के हितेषी जननायक को नमन किया। मुलायम सिंह यादव को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी डेलीगेट तथा किसान कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री एवं प्रदेश प्रवक्ता राहुल चौधरी ने कहा कि समाजवाद ही देश की सच्ची राजनीति का स्तंभ है और महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस एवं राम मनोहर लोहिया तथा चौधरी चरण सिंह के बाद मुलायम सिंह यादव ही एकमात्र ऐसे राजनेता थे। जिनको प्रत्येक दल का नेता सम्मान देता है। नेताजी के नाम से जाने जाने वाले मुलायम सिंह यादव ने देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में समाजवाद का जो झंडा बुलंद किया। उससे पूरे देश के पिछड़े ,दलित तथा किसान -मजदूरों को नई दिशा मिली तथा उनकी उन्नति का मार्ग प्रशस्त हुआ। भारत की राजनीति शायद उनकी कमी को पूरा नहीं कर पाएगी। समाजवादी नेता सोनल प्रिंस ने समाजवाद के सच्चे पुजारी को नमन करते हुए कहा कि भारत ने कार्यपालिका एवं विधायिका को भ्रष्टाचार से मुक्त रखने वाला महान देशभक्त एवं समाजसेवी नेता खो दिया है । भारत में समाजवाद एवं सामाजिक समरसता बनाने के लिए भारत के राजनेताओं को उनसे प्रेरणा लेनी होगी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में चुंगी समाप्त करने और रक्षा मंत्री के रूप में शहीद सैनिकों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव ले जाकर राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि करने का उनका साहसिक निर्णय इस देश का किसान कभी नहीं भूल सकता। क्योंकि सेना में कृषकों के बेटे ही राष्ट्र रक्षा का कार्य करते हैं। समाजवादी विचारक तथा सामाजिक कार्यकर्ता रामनरेश यादव ने धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव को जमीन से जुड़ा नेता बताते हुए कहा कि एक शिक्षक और पहलवान से अपने कैरियर का शुभारंभ करने वाले नेता ने जिस प्रकार गरीब एवं मजदूरों की आवाज उठायी। ऐसे समाजवाद के लिए वे सदैव याद आएंगे। समाजवादी नेत्री वीना कुशवाहा ने नेताजी के द्वारा जन सुधार एवं समाजवाद की स्थापना में दिए गए योगदान का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि वे राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के ही नहीं एक ग्रामीण स्तर के भी महानायक थे। जिन्होंने अपने परिवार को विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक परिवार और सैफई नामक गांव में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं प्रदान कीं। भारत ही नहीं पूरे विश्व का कोई नेता ऐसा नहीं कर पाया और नैतिक पतन के इस युग में भविष्य के किसी भी नेता से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती है। अपने ही परिवार में पांच सांसद देने के साथ ही पुत्रवधू को निर्विरोध संसद में भेजना एक महान राजनयिक का ही काम हो सकता है। सत्ता किसी भी दल की रही हो नेताजी 4-5 जनपदों के सदैव बेताज बादशाह रहे। भारत माता को आज ऐसे ही धरती पुत्रों की आवश्यकता है। श्रद्धांजलि सभा में चौधरी संसार सिंह मलिक, रविंद्र चौधरी, विभा चौहान,कमल शर्मा,प्रशांत चौधरी,बबली देवी, अंकित मलिक,मयंक सोंधी,जितेंद्र चौधरी,दिनेश वालिया,अरविंद सिंह,आरती चौधरी, विद्या देवी, प्रशांत यादव, नितेंद्र चौधरी तथा विकास राजपूत इत्यादि उपस्थित रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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