हरिद्वार। सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी कर 1 लाख 60 हजार रूपए की धोखाधड़ी करने का मामला प्रकाश में आया है। पीडित ने सिडकुल थाने में तहरीर देकर एक युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस तहरीर के आधार पर मामले की जांच में जुट गयी है। सिडकुल थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार उनियाल ने बताया कि अभिषेक शर्मा पुत्र रमेश शर्मा निवासी ग्राम रोशनाबाद सिडकुल हरिद्वार ने तहरीर देकर शिकायत की है कि उसकी मुलाकात प्रदीप उनियाल पुत्र मायाराम उनियाल निवासी पशुलोक ऋषिकेश देहरादून से हुई। जिसने अपने आप को सचिवालय में तैनात व पिता को सचिवालय में पूर्व अधिकारी बताया था। जिसने दावा किया था कि उसका सचिवालय में अच्छा सम्पर्क है। वह उसकी आपदा प्रबंधन विभाग में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर नौकरी सचिवालय में लगवा सकता है। इसके लिए उसको 1 लाख 60 हजार खर्च करने होगे। आरोप है कि प्रदीप उनियाल ने बताया कि नौकरी के एवज में उसको 80 हजार रूपये पेशगी व 80 हजार काम होने के बाद देने होगे। जिसपर भरोसा कर उसने 80 हजार रूपये नगद दे दिये। पेशगी की रकम के 20 दिन बाद जब प्रदीप उनियाल से सम्पर्क साधा गया तो उसने बताया कि उसका काम हो गया हैं और ज्वाईनिंग लेटर डाक के द्वारा भेज दिया जाएगा। उसके द्वारा स्पीड पोस्ट रसाीद की फोटो उसको सेंट कर शेष 80 हजार की रकम की डिमांड की गयी। जिसपर उसने प्रदीप उनियाल को गुगल पे के द्वारा 80 हजार की रकम भेज दी ।लेकिन उसके बाद कोई ज्वाईनिंग लेटर नहीं पहुंचा। जिसकी जानकारी प्रदीप उनियाल को दी गयी तो उसने बहानेबाजी करनी शुरू कर दी। अभिषेक ने आरोप लगाया कि जब उसने प्रदीप उनियाल के पिता से सम्पर्क कर मामले से अवगत कराया गया तो उन्होंने बेटे से बात करने को कहा। शिकायतकर्ता अभिषेक ने आरोप लगाया कि पुलिस से शिकायत करने पर उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी जा रही है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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