हरिद्वार। अखाड़ा परिषद व मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने संत समाज व श्रद्धालुओं से 17 अक्टूबर को बद्रीनाथ स्थित ज्योर्तिमठ में होने वाले ज्योतिष पीठ के नवनियुक्त शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरांनद के कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होने की अपील की है। पत्रकारों से वार्ता करते श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि अखाड़ों,संत समाज से विचार विमर्श किए बगैर व संत परंपरा के विपरीत स्वामी अविमुक्तेश्वरानदं को शंकराचार्य नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि गिरी नामा सन्यासी ही ज्योतिष पीठ का शंकराचार्य हो सकता है। जबकि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती हैं। इसलिए पीठ पर उनका कोई अधिकार नही है। श्रीमहंत रविन्द्रपुंरी महाराज ने दावा कि स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती की और से सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च अदालत ने पट्टाभिषेक समारोह पर रोक लगा दी है। ऐसे में वहां जाना उचित नहीं है। याचिका पर अगली सुनवाई 18 अक्टूबर होगी।
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