हरिद्वार। नगर निगम की टीम ने नगर आयुक्त के नेतृत्व में स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया। नगर आयुक्त की टीम ने हरिलोक वार्ड में पहुंचकर गीले और सूखे कूड़े के प्रबंधन के विषय में बताया। साथ ही गीले कूड़े से खाद बनाने के लिए क्षेत्र में कंपोस्ट प्लांट लगाने के विषय में भी बताया। नगर आयुक्त ने हाल ही में बैठक कर नगर निगम क्षेत्र में स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। नगर निगम के हरिलोक वार्ड में नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती के नेतृत्व में जागरूकता अभियान की शुरुआत की। इस दौरान नगर आयुक्त ने क्षेत्र के लोगों से घर से निकलने वाले कूड़े के प्रबंधन के विषय में विस्तार से बताया। दयानंद सरस्वती ने कहा कि गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग जमा करने के साथ गीले कूड़े से खाद बनाने के विषय में भी लोगों को बताया। उन्होंने क्षेत्र में ही कंपोस्ट प्लांट लगाने के लिए लोगों को जागरूक किया। जिससे क्षेत्र से निकलने वाले गीले कूड़े से खाद बनायी जा सके। नगर निगम की टीम में सहायक नगर आयुक्त अमरजीत कौर,नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.धीरेंद्र,क्षेत्रीय पार्षद निशाकांत शुक्ला,नगर निगम के जेई नरेश सिंह,सफाई निरीक्षक संजय,सफाई निरीक्षक सुनित कुमार,जगपाल सिंह तोमर,पवन कौशिक,समीर राजा, दीपक कुमार,राजेश कुमार,दीपक शर्मा आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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