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फार्मा कम्पनी के पूर्व अधिकारी पर करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोप,मुकदमा दर्ज

 हरिद्वार। सिडकुल की एक फार्मास्यूटिकल कंपनी के पूर्व सीईओ और खरीद विभाग के एक कर्मचारी पर कंपनी के कानूनी सलाहकार की शिकायत पर धोखाधड़ी और दस्तावेजों में हेराफेरी करने सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। सिडकुल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। गोविंद माहेश्वरी पुत्र हरिश्चंद्र माहेश्वरी ने शिकायत में बताया कि वह कंपनी में कानूनी सलाहकार के पद पर कार्यरत है। आरोप है कि कंपनी में एग्जक्यूटिव असिस्टेंट से सीईओ बने आलोक शंकर और उसके सहयोगी ने कंपनी प्रबंधन से धोखा कर दस्तावेजों में हेराफेरी और निजी लाभ के लिए कंपनी को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। आरोप है कि पूर्व सीईओ ने कंपनी को नुकसान पहुंचाकर अपनी अलग कंपनी बनाई है। आरोप लगाया कि कंपनी द्वारा तीन हजार किलोग्राम दवा बनाने का कच्चा माल महाराष्ट्र की एक कंपनी से खरीदा था। जिसकी कीमत 2525 रुपये प्रति किलोग्राम थी। कंपनी ने पूरी रकम जीएसटी के साथ जमा करा दी थी। कच्चे माल की मैन्युफैक्चरिंग मई माह और एक्सपायरी अप्रैल 2027 थी। आरोप है कि कंपनी के पूर्व सीईओ और उनके साथी ने कंपनी के दस्तावेजों में फेरबदल कर कच्चे माल की मैन्युफैक्चरिंग डेट 2020 और एक्सपायरी नवंबर 2022 कर दी। यही नहीं कंपनी को धोखे में रखकर कच्चे माल और उसके दाम भी घटा दिए। कच्चा माल अपनी ही कंपनी को बेच दिया। यहां पर उन्हें लाखों रुपये का नुकसान और आर्थिक हानि पहुंची है। थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार उनियाल के अनुसार कंपनी के कानूनी सलाहकार की शिकायत पर पूर्व सीईओ आलोक शंकर पुत्र राम इकबाल तिवारी निवासी हरिआश्रय एनक्लेब, पतंजलि थाना बहादराबाद और अमित कुमार धीमान पुत्र नेकी राम विष्णु लोक कालोनी निवासी भेल कोतवाली के खिलाफ कंपनी प्रबंधन को लाखों रुपये के साथ धोखाधड़ी करने, दस्तावेजों में फेरबदल और खुद के निजी स्वार्थ के लिए कंपनी को आर्थिक नुकसान पहुचाने आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


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