हरिद्वार। प्रदेश व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों ने एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह से मुलाकात कर उन्हें समस्याओं से अवगत कराया। इस दौरान व्यापारियों ने एसएसपी को ज्ञापन भी सौंपा। मुलाकात में एसएसपी ने व्यापारियों की समस्याओं का जल्द निवारण करने का आश्वासन दिया। मंगलवार को एसएसपी से वार्ता में व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने बताया कि हरिद्वार में मेलों के दौरान व्यापारी को माल लाने और लेकर जाने में समस्या होती है। इस वजह से व्यापारियों और पुलिस के बीच कई बार टकराव की स्थिति बन जाती है। कहा कि ज्वालापुर कोतवाली से लेकर रेल चौकी तक जीरो जोन बनाया जाना चाहिए। सुबह दस बजे से रात्रि आठ बजे तक क्षेत्र में चार पहिया वाहनों के आवागमन पर रोक होनी चाहिए। ज्वालापुर में जाम बड़ी समस्या है। जाम का निराकरण किया जाना चाहिए। वहीं चौधरी ने कहा कि व्यापारी कभी अतिक्रमण नहीं करता है। बाहर से आए कुछ लोग इस प्रकार का कार्य करते हैं। प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश महामंत्री सुमित अरोड़ा,महानगर अध्यक्ष सर्वेश्वरमूर्ति भट्ट,प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र चोटाला,ज्वालापुर महामंत्री हरविंदर सिंह,मयंकमूर्ति भट्ट, शहर अध्यक्ष ज्वालापुर एड सागर कुमार, दीपक गोनियाल आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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