हरिद्वार। नगर निगम स्वच्छता के लिए लोगों को जागरूक करने घर-घर जाएगा। नगर आयुक्त ने बताया कि इसकी शुरुआत नगर निगम शनिवार से करेगा। जागरूकता अभियान की शुरुआत वार्ड साठ से की जाएगी। नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण में बाजी मारने के लिए कमर कस ली है। इसी क्रम में बुधवार को नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने सफाई निरीक्षकों एवं वार्ड क्षेत्रों में कूड़ा एकत्र करने वाली कंपनी के अधिकारियों के साथ सेनेटाइशन सेल में बैठक की। नगर आयुक्त ने इस दौरान बैठक में मौजूद सफाई निरीक्षकों को उनके क्षेत्रों में गीला और सीखा कूड़ा के कलेक्शन के विषय में जानकारी ली। अंत में नगर आयुक्त ने कहा कि गीला और सूखे कूड़े को अलग-अलग इकट्ठा किया जा रहा है कि नहीं इसके लिए शनिवार को हरिलोक वार्ड से सर्वे कार्य का आरंभ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नगर निगम की टीम शनिवार से घर-घर जाकर लोगों को गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग इकट्ठा करने के फायदे के बारे में बताएगी। बैठक में सहायक नगर आयुक्त अमरजीत कौर, सफाई निरीक्षक श्रीकांत, सफाई निरीक्षक संजय कुमार, सफाई निरीक्षक सुनित कुमार, सफाई निरीक्षक विकास छाछर, सफाई निरीक्षक मनोज कुमार, सफाई निरीक्षक सुनील मलिक, सफाई निरीक्षक विकास चौधरी, सफाई निरीक्षक धीरेंद्र सेमवाल आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment