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काल भैरव मंदिर में श्रद्धा भक्ति के साथ मनायी गयी भैरव जयंती


 हरिद्वार। कनखल स्थित काल भैरव मंदिर में श्रद्धालु भक्तों ने मंदिर के परमाध्यक्ष महंत कौशलपुरी के सानिध्य में श्रद्धा भक्ति के साथ भैरव जयंती मनायी। इस दौरान आयोजित संत सम्मेलन के दौरान श्रद्धालु भक्तों को आशीर्वचन प्रदान करते हुए महामण्डलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि भगवान शिव के अवतार काल भैरव की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं और परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। सभी को भगवान भैरव की पूजा अवश्य करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति मे उत्थान में महंत कौशलपुरी महाराज के योगदान से युवा संतों को प्रेरणा लेनी चाहिए। काल भैरव मंदिर के परमाध्यक्ष महंत कौशलपुरी महाराज ने उपस्थित संत महंतों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भगवान काल भैरव की पूजा अर्चना करने व्यक्ति को भय से मुक्ति प्राप्ति होती है। भगवान भैरव की कृपा से ग्रह बाधा और शत्रु दोष भी दूर होते हैं। उन्होंने कहा कि समाज को ज्ञान की शिक्षा देकर अज्ञान के अंधकार को दूर करने वाले संत महापुरूषों के सानिध्य में ही भक्तों का कल्याण होता है। सभी को सद्गुरू के सानिध्य में धर्मानुसार आचरण करते हुए मानव कल्याण में योगदान देना चाहिए। महंत प्रेमदास महाराज ने कहा कि संत महापुरूषों का जीवन सदैव परमार्थ के लिए समर्पित होता है। देश व समाज को राह दिखाने वाले संत महापुरूषों से ही सनातन धर्म संस्कृति की पहचान है। देश दुनिया में सनातन धर्म की पताका फहराने में संत समाज का अग्रणी योगदान रहा है। रामसागर, पवन बिहारी एवं संदीप चौहान ने कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरूषों का स्वागत किया और कहा कि महंत कौशलपुरी महाराज सनातन संस्कृति के प्रचार प्रवार में अपना योगदान दे रहे हैं। युवाओं का धर्म के प्रति मार्गदर्शन भी करते हैं। इस अवसर पर महंत गजेंद्र पुरी,महंत देवानन्द सरस्वती, महंत संगम पुरी,मेयर अनिता शर्मा,पवन बिहारी,रामसागर,संजय चौहान,पूर्व सभासद अशोक शर्मा,हरीश शेरी,चीनू पंडित,नवीन कौशिक,राधाकिशन गांधी,पंडित अधीर कौशिक आदि मौजूद रहे। 


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बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

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