हरिद्वार। मानसिक रूप से कमजोर महिला के घर में घुसकर दुष्कर्म करने के मामले में एडीजे एफटीएससी न्यायाधीश कुमारी कुसुम शानी ने आरोपी युवक को दोषी पाया है। एफटीएस कोर्ट ने दोषी युवक को 10 वर्ष की कठोर कैद और 11 हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है। शासकीय अधिवक्ता भूपेंद्र चौहान ने बताया कि 31अक्टूबर 2019 की रात में श्यामपुर क्षेत्र के गांव में घर पर अकेली मानसिक रूप से कमजोर महिला के साथ दुष्कर्म करने की घटना हुई थी। पीड़ित महिला के शोर मचाने पर पड़ोसी दो महिला व पुरुष मौके पर पहुंचे थे। पड़ोसियों ने पीडित महिला को उसके कब्जे से छुड़ाया था। मौका पाकर आरोपी युवक वहां से भाग गया था। अगले दिन गांव में रहने वाली पीड़िता की छोटी बहन को घटना की सूचना मिली थी। जिसपर की पीड़ित महिला की दूसरी बहन शिकायतकर्ता ने आरोपी सुमित पुत्र पूर्णचन्द्र निवासी थाना श्यामपुर के खिलाफ घर में घुसकर दुष्कर्म करने का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामले की विवेचना के बाद विवेचक ने आरोपी युवक के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। शासकीय अधिवक्ता ने सरकार की ओर से आठ गवाह पेश किए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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