हरिद्वार। तापड़िया आश्रम गुजरात के स्वामी स्वामी 1008 घनश्याम दास जी महाराज की परम अनुकंपा से श्री कृष्ण प्रणामी निज धाम भूपतवाला हरिद्वार में चल रही श्रीमद्भागवत कथा मैं आज माता तुलसी वृंदा का विवाह भगवान शालिग्राम के साथ देख कर लोगों की जन्मो जन्म की अभिलाषा मानो पूर्ण हो गई हो उस वक्त ऐसा लग रहा था कि साक्षात भगवान शालिग्राम तथा माता वृंदा धरती पर उतर कर परिणय बंधन में बंद रहे हो। सौभाग्यवती श्वेता पुत्री भरत भाई नीटू भाई गोरजीया यानी माता वृंदा संग चिरंजीव अर्चित नरेंद्र भाई रामी अहमदाबाद इसनपुर संग यानी भगवान शालिग्राम के रूप में परिणय बंधन में बंधे। तुलसी विवाह के रूम में साक्षात परिणय देख सभी श्रोता भक्तजन मानव उनकी आंखें तृप्त हो गई हो विधि विधान से परिणय बंधन हुआ तथा विवाह की तरह ही सभी रिश्तेदारों में आपस में मेल मिलाप लेन देन तथा अन्य विधियां विधान से पूरी की गई । इस अवसर पर तापड़िया आश्रम गुजरात के परम पूज्य स्वामी 1008 घनश्याम दास जी महाराज ने भी 100001 रुपए तुलसी विवाह में शगुन के तौर पर अर्पित साथ ही किसी रिश्तेदार ने आभूषण तो किसी ने अंग वस्त्र भेंट कर भगवान शालिग्राम तथा माता वृंदा के रूप में अर्चित व वर्षा को शगुन भेंट की। ऐसा मन मोहक वातावरण देखकर मानो भगवान हरि माता वृंदा मैं विलीन हो रहा हो। इस अवसर पर मनु भाई रामजी भाई खेवडिया, महेंद्र भाई अमर कोटिया,माली अशोक भाई अमर कोटिया,माली मनु भाई खेवडिया,अमर भाई अरविंद भाई,माली मुकेश भाई अमर कोठिया,माली अरविंद भाई अमर जी भाई बरोलिया,माली अरविंद भाई,राम जी भाई बरौलिया,माली चंद्रेश भाई दिलीप भाई ढोलकिया,हितेश भाई मीठापारा वकील साहब हितेश भाई अमर कुटिया, माली धवल भाई हिम्मत भाई भरत भाई नटूभाई गोरजीया अर्चित नरेंद्र भाई राम जी श्वेता भरत भाई नटूभाई सहित हजारों की संख्या में तापड़िया आश्रम के श्रद्धालु भक्तजन व अन्य गणमान्य संत गण तपस्वी संत विद्वत लोग उपस्थित थे।
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