हरिद्वार। पत्नी को लेने ससुराल आए पति और सास के साथ ससुराल पक्ष के लोगों ने मारपीट कर दी। ज्वालापुर पुलिस ने 14 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मारपीट में घायल सास की हालत को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर में भर्ती किया गया है। पुलिस के मुताबिक शारदा नगर ज्वालापुर निवासी राहुल धीमान पुत्र सुरेंद्र कुमार ने शिकायत कर बताया कि 21 नवंबर 2021 को पूजा धीमान के साथ विवाह हुआ था। विवाह के बाद ही नवदंपति के बीच विवाद शुरू हो गया। आरोप है कि पत्नी पूजा माता-पिता को छोड़कर ससुराल में रहने का दबाव बना रही थी। मना किया तो पत्नी मायके चली गई। कुछ समय बाद मालूम हुआ कि वह गर्भवती है। इसके लिए पत्नी ने दो लाख रुपये मांगे। लोगों ने बातचीत की तो पत्नी वापस घर आने के लिए तैयार हो गई। राहुल ने अपनी माता और ताई को पत्नी को लेने के लिए भेज दिया। शाम को राहुल भी वहां पहुंच गया। आरोप है कि उसकी साली ने वहां पहले से ही कुछ युवकों को बुला रखा था, जिन्होंने राहुल और उसकी माता को बंधक बना लिया और दो लाख रुपये की मांग करने लगे। आरोप है कि जान से मारने की नीयत से उस पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। राहुल की माता को भी जमीन पर गिरा कर पीटा गया। राहुल ने जैसे-तैसे बाथरूम में घुसकर गेट बंद कर लिया। पुलिस के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ। बीते 31 अक्तूबर को राहुल की माता रीना धीमान एक्सरे कराने के लिए अस्पताल जा रही तो अचानक बेहोश हो गई। हालात बिगड़ने पर जौलीग्रांट ले जाया गया है। जहां उनकी हालात गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर कन्हैया धीमान, बलराम धीमान, विराज धीमान निवासीगण सीतापुर ज्वालापुर, निशा धीमान, निवासी श्रीराम समिति के अंदर मोहल्ला झाड़ान ज्वालापुर, ओम प्रकाश धीमान निवासी रुड़की समेत नौ अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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