हरिद्वार। श्री आचार्य बेला इंडिया टेंपल में अन्नकूट महोत्सव संत महापुरुषों के सानिध्य में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान संतो ने पूजा अर्चना कर भगवान को 56 प्रकार का भोग लगाकर विश्व कल्याण की कामना की। श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए जगतगुरु स्वामी योगेश्वराचार्य महाराज ने कहा कि अन्नकूट पर्व मनाने से मनुष्य को लंबी आयु तथा आरोग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही दरिद्रता का नाश होकर व्यक्ति जीवन पर्यंत सुखी और समृद्ध रहता है। स्वामी गोपालाचार्य ने कहा कि अन्नकूट पर्व संपूर्ण मानव जाति को खुशहाली प्रदान करता है। गौ माता की पूजा व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि और समस्त खुशियां लाती हैं। अन्नकूट पर्व भगवान श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय है। इंद्रदेव का घमंड चूर करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने एक उंगली पर पर्वत उठाकर संपूर्ण मानव जाति की रक्षा की थी। भगवान श्रीकृष्ण जगत के पालनहार हैं और उनकी लीला है अपरंपार है। स्वामी रवि प्रपन्नाचार्य महाराज एवं स्वामी दिव्यांश वेदांती महाराज ने कहा कि अन्नकूट पर्व प्रभु श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय है। संत समाज अपने तप और विद्वत्ता के माध्यम से हमेशा समाज का मार्गदर्शन करता चला आया है और धार्मिक अनुष्ठान निश्चित तौर पर ही समाज को एक सकारात्मक ऊर्जा एवं संदेश प्रदान करते हैं। हम सभी को मिलजुलकर भारतीय पर्वों को श्रद्धा पूर्वक मनाना चाहिए। इस दौरान स्वामी ऋषिश्वरानंद,बाबा हठयोगी,महंत दुर्गादास,स्वामी रविदेव शास्त्री,स्वामी हरिहरानंद,स्वामी दिनेश दास,स्वामी अनिरुद्ध महाराज,श्यामपुर सव इस्पेक्टर आशीष,सव इस्पेक्टर शरद कुमार , कांस्टेबल वर्षा उनियाल,जितेंद्र रावत,देवेंद्र जौहरी, जतिन शर्मा,रीतू पांडेय सहित बड़ी संख्या में संत महापुरुष और श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।
हरिद्वार। श्री आचार्य बेला इंडिया टेंपल में अन्नकूट महोत्सव संत महापुरुषों के सानिध्य में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान संतो ने पूजा अर्चना कर भगवान को 56 प्रकार का भोग लगाकर विश्व कल्याण की कामना की। श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए जगतगुरु स्वामी योगेश्वराचार्य महाराज ने कहा कि अन्नकूट पर्व मनाने से मनुष्य को लंबी आयु तथा आरोग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही दरिद्रता का नाश होकर व्यक्ति जीवन पर्यंत सुखी और समृद्ध रहता है। स्वामी गोपालाचार्य ने कहा कि अन्नकूट पर्व संपूर्ण मानव जाति को खुशहाली प्रदान करता है। गौ माता की पूजा व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि और समस्त खुशियां लाती हैं। अन्नकूट पर्व भगवान श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय है। इंद्रदेव का घमंड चूर करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने एक उंगली पर पर्वत उठाकर संपूर्ण मानव जाति की रक्षा की थी। भगवान श्रीकृष्ण जगत के पालनहार हैं और उनकी लीला है अपरंपार है। स्वामी रवि प्रपन्नाचार्य महाराज एवं स्वामी दिव्यांश वेदांती महाराज ने कहा कि अन्नकूट पर्व प्रभु श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय है। संत समाज अपने तप और विद्वत्ता के माध्यम से हमेशा समाज का मार्गदर्शन करता चला आया है और धार्मिक अनुष्ठान निश्चित तौर पर ही समाज को एक सकारात्मक ऊर्जा एवं संदेश प्रदान करते हैं। हम सभी को मिलजुलकर भारतीय पर्वों को श्रद्धा पूर्वक मनाना चाहिए। इस दौरान स्वामी ऋषिश्वरानंद,बाबा हठयोगी,महंत दुर्गादास,स्वामी रविदेव शास्त्री,स्वामी हरिहरानंद,स्वामी दिनेश दास,स्वामी अनिरुद्ध महाराज,श्यामपुर सव इस्पेक्टर आशीष,सव इस्पेक्टर शरद कुमार , कांस्टेबल वर्षा उनियाल,जितेंद्र रावत,देवेंद्र जौहरी, जतिन शर्मा,रीतू पांडेय सहित बड़ी संख्या में संत महापुरुष और श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।
Comments
Post a Comment