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राष्ट्र निर्माण में संत समाज का अहम योगदान-राजगुरू स्वामी संतोषानंद


 हरिद्वार। भूपतवाला स्थित एकादश रूद्रपीठ के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर राजगुरू स्वामी संतोषानंद महाराज के सानिध्य में गद्दी पूजन किया गया। इस अवसर पर महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि संत महापुरूषों के सानिध्य में गंगा तट पर होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों में सम्मिलित होने वाले श्रद्धालुओं को सहस्त्र गुना पुण्यफल की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि विद्वान व तपस्वी संत महामण्डलेश्वर राजगुरू स्वामी संतोषानंद महाराज श्रद्धालु भक्तों को ज्ञान की प्रेरणा देने के साथ सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। महामण्डलेश्वर राजगुरू स्वामी संतोषानंद ने कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में संत समाज का अहम योगदान रहा हैं। उन्होंने कहा कि संत महापुरूषों के सानिध्य में ही भक्त के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। सभी को सद्गुरू के सानिध्य में मानव कल्याण में योगदान देना चाहिए। स्वामी ऋषिश्वरानन्द एवं स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि सनातन धर्म का प्रसार प्रसार करने के साथ संत समाज राष्ट्र को दिशा देने का कार्य भी कर रहा है। उन्होंने कहा कि सदैव परोपकार के लिए समर्पित रहने वाले संत महापुरूषों द्वारा प्रदत्त ज्ञान व शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए राष्ट्र उत्थान में सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर स्वामी हरिचेतनानंद,स्वामी ऋषिश्वरानन्द,महंत दुर्गादास,महंत निर्मलदास,महंत दिनेश दास,महंत प्रह्लाद दास,स्वामी शिवानन्द,स्वामी रविदेव शास्त्री सहित कई संत व श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे। 


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गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।