हरिद्वार। जेबीएम ग्रुप की कंपनी नील मेटल इंडस्ट्रीज के फाउंडर चेयरमैन एसके आर्य के जन्मदिन के अवसर पर नील मेटल इंडस्ट्रीज में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। ब्लड डोनेशन कैंप में कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर रक्तदान किया। इस दौरान कंपनी के एचआर हेड राहुल वत्स ने बताया कि चेयरमैन के जन्मदिवस पर यह रक्तदान शिविर 2016 से लगाया जा रहा है। कोरोना के दौरान 1 वर्ष के लिए नहीं लगाया गया था उसके अलावा लगातार हर वर्ष आज ही के दिन ब्लड डोनेशन किया जाता है उन्होंने बताया कि बीते वर्ष 205 यूनिट ब्लड डोनेट किया गया था इस बार का टारगेट 210 यूनिट का रखा गया है। कंपनी के ऑपरेशन हेड अमित बंसल ने बताया कि जीवन रक्षा के लिए रक्त अति आवश्यक है कोरोना काल में पूरे देश ने जो विभत्स्ना झेली है उसको देखते हुए रक्तदान करना महादान है। रक्तदान शिविर में रक्त डोनेशन से पहले सामान्य परीक्षण के साथ स्वास्थ्य जाँच शिविर लगाया गया। फिजिशियन डॉक्टर अंकित देशवाल और ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर मनोज त्यागी ने रक्तदान करने वाले व अन्य सभी कंपनी के कर्मचारियों की प्राथमिक जांच की गई। शिविर में आये मुख्य अतिथियों पूर्व मंत्री मदन कौशिक,रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति महावीर अग्रवाल व इंडस्ट्री से मककड़ द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वाल्न कर शिविर का शुभारम्भ किया। सफल आयोजन के लिए प्लांट हेड आदेश शर्मा,मुकेश पाण्डेय,अमित बंसल,राहुल वत्स ने सभी रक्त दाताओं का स्वागत और धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उत्साह वर्धन किया।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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