हरिद्वार। समाज सेवी संस्था भारत स्वास्थ्य एवं शिक्षा परिषद द्वारा एक अनूठी पहल के अन्तर्गत चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इस श्रृंखला के अन्तर्ग दूसरा शिविर एसएमएसडी इण्टर कॉलेज सतीघाट कनखल में 20 नवम्बर रविवार को प्रातः 10ः00 बजे से दोपहर 1ः30 बजे तक आयोजित होगा। भारत स्वास्थ्य एंव शिक्षा परिषद के संस्थापक व चेयरमैन डाक्टर विकास दीक्षित के अनुसार परिषद् निशुल्क चिकित्सा शिविरों की श्रृंखला कर रही है। इसी के तहत एक नई पहल की जा रही है जिसमें खून की कमी (सीवियर एनीमिया) के रोगियों का निःशुल्क उपचार किया जाएगा व ऐसे मरीजों को निगरानी में रखा जायेगा। जब तक इस मापदंड पर पूर्ण स्वास्थ्य लाभ ना हो जाए। यह कार्यक्रम देवभूमि पॉलीक्लीनिक की चिकित्सीय दक्षता में चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि गत शिवर में तीन रोगी सीवियर एनीमिया की श्रेणी में आए हैं जिनके उपचार की जिम्मेदारी संस्था ने उठाई है। संस्था के मार्गदर्शक समाजसेवी सुधीर गुप्ता के अनुसार शिविरों की इन श्रृंखलाओं द्वारा समाज के हर वर्ग तक पहुँचने का प्रयास किया जाएगा व मरीजों का फोलोअप भी किया जाएगा ताकि लोगों को पूर्ण लाभ मिल सके। परिषद के सचिव बालकृष्ण शास्त्री ने बताया इस बार शिविर में डॉ.एंडले (वरिष्ठ फिजिशियन),डॉ.ए.के.जैन (वरिष्ठ हड्डी रोग),डॉ.एन.के. अग्रवाल(वरिष्ठ सर्जन),डॉ.विकास दीक्षित (वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ) सहित योग्य चिकित्सकों द्वारा रोगियों को निःशुल्क परामर्श एवं औषधि वितरण की व्यवस्था की गई हैं।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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