हरिद्वार। गैर इरादतन हत्या के इरादे से मारपीट कर चोट पहुंचाने के मामले में जनपद न्यायाधीश एसके त्यागी ने आठ आरोपियों को दोषी करार दिया है। जिला जज ने सभी दोषियों को 3-3 वर्ष के कठोर कारावास और सात-सात हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है।सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता विनय गुप्ता ने बताया 26 दिसंबर 2003 को बुग्गावाला क्षेत्र के गांव कुड़कावाला लालवाला में आबादी की भूमि को लेकर गांव के रहने वाले आरोपी चिंटू उर्फ चिमटु पुत्र अमर सिंह, उसके दो पुत्र नरेश व ऋषिपाल, टोनी उर्फ बाबूराम व बाला हरु पुत्र गण नकलीराम, नकलीराम, नगीना, अय्यूब, दो भाई यासीन व समीन पुत्रगण इलाही बक्स और चांदकुंवर पुत्र नगीना ने शिकायतकर्ता के परिवार वालों से रंजिश रखते जान से मारने की नीयत से पलकटी, चाकू, लाठी डंडे से हमला बोल दिया था। हमले के वक्त शिकायतकर्ता के चाचा फूलसिंह, प्रेमचंद व महिला संजोगलता के खेत में काम कर रहे थे। शोर सुनकर पहुंचे गांव वालों को देखकर सभी आरोपी वहां से भाग गए थे। गांव वालों की सहायता से चोटिल फूल सिंह, प्रेमचंद व महिला को गंभीर हालत में इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था। जिसपर शिकायतकर्ता अरविंद कुमार ने सभी आरोपियों के खिलाफ संबधित धाराओं में केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले में जांच करने के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल किया था। इससे पूर्व पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार जेल भेज दिया था। सरकारी अधिवक्ता ने साक्ष्य में नौ गवाह पेश किए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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