हरिद्वार। राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क स्थित चीला रेंज में सफारी करने के लिए पार्क के गेट मंगलवार को पर्यटकों के लिए खोल दिए गए। पार्क उपनिदेशक कहकशां नसीम ने रीबन काटकर चीला पार्क को सफारी के लिए खोल दिया। उन्होंने इस दौरान सात पर्यटक वाहनों को हरी झंडी दिखाकर सफारी के लिए भेजा जिनमें कुल 41 पर्यटक सवार थे। उन्होंने इस बार अधिक पर्यटकों के आने की उम्मीद भी इस दौरान जतायी। राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क स्थित चीला रेंज पार्क के गेट सफारी के लिए 15 नवंबर को खोल दिए गए। इसको लेकर पार्क महकमे ने भी अपनी तैयारी पूर्व में ही पूरी कर ली थी। पार्क के बंद होने के बाद हुई बारिश के बाद कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुए ट्रैक को भी पार्क प्रबंधन ने पहले ही ठीक कर लिया था। मंगलवार सुबह पार्क उपनिदेशक ने स्कूली बच्चों और उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों के साथ पार्क के गेट को पर्यटकों के लिए खोल दिया। पार्क उपनिदेशक ने पर्यटकों से भी जंगल के नियमों का पूर्ण पालन सफारी के दौरान करने की हिदायत भी दी। इस दौरान वन्यजीव प्रतिपालक प्रशांत हिंदवाण,चीला पार्क रेंजर शैलेस घिल्डियाल, डिप्टी रेंजर विनोद शुक्ला और आशीष गौड़ आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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