हरिद्वार। नैनीताल उच्च न्यायालय की ओर से जनपद न्यायाधीश के अधिकार में कटौती करने का आरोप लगाते हुए रोशनाबाद न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं का धरना प्रदर्शन छठे दिन भी जारी रहा। इस दौरान अधिवक्ताओं ने वाद कार्यों का हित का भी ख्याल रखते हुए न्यायिक कार्य भी किए। शनिवार को धरने पर बैठी महिला अधिवक्ताओं ने कहा कि जनपद न्यायाधीश के अधिकार घटाकर तहसील स्तर पर एडीजे को अधिकार प्रदान किया जाना न्याय संगत नहीं है। धरने पर बैठे सभी अधिवक्ताओं ने नई व्यवस्था को लेकर हाई कोर्ट में रिट के माध्यम से चुनौती देने की बात कही। जिला बार संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार ने कहा कि जब तक जनपद न्यायाधीश के पूर्ण अधिकार बहाल नहीं किए जाते तब तक जिला बार संघ अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेगी। जिला बार संघ अध्यक्ष सुशील कुमार व सचिव नागेंद्र सक्सेना के नेतृत्व में अलका चोपड़ा, जमुना कौशिक, सुमन कौशिक, संगीता भारद्वाज, भावना कौशिक, नीलू शर्मा, रजनी शर्मा, वर्षा गुप्ता, मंजू देवी, कल्पना, दोषी चौहान, विजय शर्मा, बबली राठौर, अलका सिंह, कविता वैभव, अफसाना, पूजा सिंह, सीमा चौहान, दीप्ति शर्मा सहित अन्य महिला अधिवक्ता शामिल रहे
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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