हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के निलम्बित कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री को बर्खास्त कर दिया गया है। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ सत्यपाल सिंह ने यूजीसी के आदेश पर कुलपति के खिलाफ यह कार्रवाई की है। कुलपति प्रोफेसर शास्त्री को बर्खास्त करने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से उन्हें आवास खाली करने का नोटिस भी थमा दिया गया है। गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ सत्यपाल सिंह ने विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री पर लगे आरोपों को लेकर 20 अक्टूबर को उन्हे निलंबित कर जांच के लिए यूजीसी को पत्र प्रेषित कर दिया था,जिसके कुछ समय बाद ही यूजीसी की टीम ने विश्वविद्यालय में पहुंचकर कुलपति पर लगे सभी आरोपों की गंभीरता से जांच की थी। यूजीसी की टीम की जांच रिपोर्ट को सही पाते हुए यूजीसी के सचिव प्रोफेसर रजनीश जैन ने कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री को तत्काल प्रभाव से हटाए जाने के निर्देश कुलाधिपति को दिए थे। यूजीसी की सचिव की ओर से 29 दिसंबर को विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र प्रेषित किया गया था, इस पर संज्ञान लेते हुए कुलाधिपति डॉ सत्यपाल सिंह ने कुलपति पर लगे वित्तीय और प्रशासनिक आरोपों के चलते उन्हें बर्खास्त कर दिया। कुलाधिपति डॉ सत्यपाल सिंह का यह पत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव के पास पहुंचा है,जिसके अनुपालन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर सुनील कुमार की ओर से दिन निलंबित कुलपति को बर्खास्त किए जाने का नोटिस दिया गया है साथी आवास खाली करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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