हरिद्वार। आपसी जान पहचान में उधार ली गई रकम अदा नहीं करने के मामले में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राहुल कुमार श्रीवास्तव में आरोपी देवेंद्र कुमार चौहान को दोषी करार दिया है। कोर्ट ने उसे 3 माह का कारावास और 1,60000 के अर्थदंड की सजा सुनाई है। अर्थदंड की प्राप्त धनराशि में से 1,50000 शिकायतकर्ता को देने के आदेश भी दिए गए। अधिवक्ता सचिन कुमार चौहान ने बताया कि नवंबर 2017 में गांव नूरपुर पंजनहेरी कनखल निवासी शिकायतकर्ता दीपक कुमार ने आरोपी देवेंद्र कुमार चौहान पुत्र अरविंद कुमार निवासी ग्राम निसरपुर कनखल को जान पहचान के चलते पत्नी के इलाज के लिए 1,16000 उधार दिए थे जिस पर देवेंद्र कुमार ने शिकायतकर्ता को उधार ली गई धनराशि को लौटाने के लिए एक चेक भर कर दिया था। देवेंद्र कुमार ने शिकायतकर्ता को उक्त चेक को बैंक में प्रस्तुत करने पर पूरी धनराशि का भुगतान होने का भरोसा दिलाया था। अवधि बीतने पर शिकायतकर्ता ने अपने बैंक खाते में उक्त चेक को भुगतान के लिए प्रस्तुत किया, लेकिन बैंक कर्मचारी ने शिकायतकर्ता को देवेंद्र कुमार के खाते में पर्याप्त धनराशि नहीं होने पर चेक बिना भुगतान के वापस लौटा दिया था। यही नहीं नोटिस कानूनी भिजवाने के बाद भी देवेंद्र कुमार ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और ना ही उसे पैसे लौटाए थे। शिकायतकर्ता दीपक कुमार ने कोर्ट की शरण ली थी शिकायतकर्ता दीपक ने अपने समय 3 गवाह पेश किए जबकि बचाव के पक्ष में 2 गवाह को पेश किए गए दोनों पक्षों को सुनने के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने फैसला दिया।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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