हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीरा बेन के स्वर्गवास पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। श्री महंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि दिवंगत माता हीरा बेन भारतीय संस्कारों से ओतप्रोत आदर्श गृहिणी थी। माता हीरा बेन ने अपनी सभी संतानों को उच्च संस्कार प्रदान किए और देश प्रेम की शिक्षा दी। माता से प्राप्त संस्कारों और शिक्षाओं पर चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं। सबका साथ, सबका विकास जैसी नीतियां लागू कर आमजन के कल्याण के लिए योजनाओं का संचालन कर रहे हैं। दक्षेश्वर महादेव एवं मां गंगा स्वर्गीय हीरा बेन को स्वर्ग में स्थान दें। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज एवं कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि माता हीरा बेन द्वारा दिए गए मूल्यों, संस्कृति और संस्कारों का पालन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को निरंतर नई दिशा प्रदान कर रहे हैं। मां गंगा दिवंगत माता हीरा बेन को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज, महंत दामोदर दास, महंत रघुवीर दास, महंत गोविंद दास, महंत सूर्यमोहन गिरी, महंत कृष्णानंद आदि संतों ने भी दिवंगत माता हीरा बेन को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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